प्रमोद झा
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BIHAR : सीएम नीतीश बोले, गांवों को बनायेंगे स्मार्ट
मोहनपुर रेफरल अस्पताल से लौटकर प्रमोद झा गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर देश का सबसे लंबा छह लेन कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल का निर्माण कार्य रविवार को शुरू हो गया. 2019 के अंत तक बन कर यह तैयार हो जायेगा. राघोपुर दियारा के मोहनपुर रेफरल अस्पताल परिसर में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश […]
मोहनपुर रेफरल अस्पताल से लौटकर
गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर देश का सबसे लंबा छह लेन कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल का निर्माण कार्य रविवार को शुरू हो गया. 2019 के अंत तक बन कर यह तैयार हो जायेगा. राघोपुर दियारा के मोहनपुर रेफरल अस्पताल परिसर में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट से इसका कार्यारंभ किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी उपस्थित थे.
समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक तरफ विपक्ष पर जम कर बरसा, तो दूसरी ओर बिहार के चौतरफा विकास की प्रतिबद्धता दोहरायी. उन्हाेंने कहा, लोकसभा चुनाव में यूपी व बिहार ने एनडीए को 104 सीटें दीं. लेकिन, स्मार्ट सिटी के चयन में एक सिटी को भी शामिल नहीं किया गया. यह लोग ऐसे एहसान फरामोश हैं. केवल वोट लेना जानते हैं. विधानसभा चुनाव में हमने 219 चुनावी सभाएं की थीं. हमने कहा था कि स्मार्ट सिटी के बदले हमलोग गांव को स्मार्ट बनायेंगे. हमारे लोग झांकने भी नहीं जायेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा, राघोपुर दियारे में पुल की मांग लोगों ने की थी. महीनों इस इलाके के लोग देश-दुनिया से कट जाते हैं. महात्मा गांधी सेतु की स्थिति ठीक नहीं होने पर गंगा नदी पर एक और पुल के निर्माण का विचार आया. पहले पुल का निर्माण पीपीपी मोड पर, लेकिन बाद में इपीसी मोड पर करने का निर्णय लिया गया. पुल के निर्माण में एक पैसा केंद्र का नहीं है. राज्य सरकार अपने बलबूते इसे बनायेगी. इसमें एडीबी से 3000 करोड़ लोन व बिहार सरकार 2000 करोड़ खर्च करेगी.
केंद्र पर लगाया आरोप
मुख्यमंत्री ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुल के निर्माण को लेकर वह टाल रही थी. पुल से संबंधित प्रोजेक्ट देकर बिहार सरकार के लगनेवाले दो हजार करोड़ रुपये केंद्र को देने के लिए कहा गया था. केंद्र ने कहा कि पुल के निर्माण को लेकर फिर से देखेंगे. अगर केंद्र के भरोसे रहते, तो 2020 में पुल का शिलान्यास होता. मुख्यमंत्री ने कहा कि चार साल में पुल बन कर तैयार हो जायेगा. वैशाली के डीएम से जानकारी मिली है कि इसके लिए अधिकतर गांवों के लोग जमीन देने के लिए राजी हुए हैं.
उन्होंने कहा कि विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए. चुनाव के समय पीएम नरेंद्र मोदी कौन-कौन योजना लेकर आये थे. चुनाव से पहले पटना में सरकारी कार्यक्रम में पीएम ने हंस कर बात की, जबकि मुजफ्फरपुर जाकर हमारे डीएनए में खोट बता दी. हमलोग सारे कार्यक्रमों में विपक्ष को बुलाते हैं. उन्हें आना चाहिए. बिहार में इतना काम होगा कि विरोधी छाती पीटते रह जायेंगे. सात फरवरी को एक्जीबिशन रोड फ्लाइ अोवर चालू होगा.
राघोपुर की माली हालात सुधरेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुल के निर्माण से राघोपुर दियारे की माली हालात सुधरेगा. देश-दुनिया से यह इलाका जुटेगा. उद्योग का विकास होगा. राघोपुर में भी पुल पर चढ़ने के लिए रास्ता बनेगा. विपक्ष केवल प्रचार अभियान को लेकर मजबूत है. हमलोग काम में विश्वास करते हैं. नाम-प्रचार से कुछ नहीं होता है. काम को लेकर लोग याद करता है. बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है. देश का सबसे लंबा पुल का निर्माण बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है. चुनाव से पहले तेजस्वी के लिए यहां आया था. यहां के लोगों ने भारी बहुमत से उन्हें जताया. महागंठबंधन को आपलोग मन से आशीर्वाद दीजिए कि हमलोग काम करें. उन्होंने कहा कि पुल के कार्यारंभ की चर्चा होने पर विरोधियों की ओर से बेसिर-पैर की बात की जाने लगी. विरोधी बयान देने लगे कि चार माह पहले शिलान्यास हुआ था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय पुल की प्रोजेक्ट को एडीबी से स्वीकृति मिली थी. एडीबी से लोन मिलना स्वीकृत हुआ था. संवाद भवन से पुल का शिलान्यास हुआ था. आज पुल का कार्यारंभ हो रहा है. आगे पुल का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने कहा कि दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल का रेल बजट में पास होने के बाद तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान ने तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से शिलान्यास कराया था. बाद में उसका कार्यारंभ हमने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कराया था.
महागंठबंधन धर्म आता है निभाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें महागंठबंधन का धर्म निभाने आता है. महागंठबंधन को एकसूत्र में बांध कर काम कर रहे हैं. उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में चारों खाने चित्त हो गये, तो महागंठबंधन के बीच उन्हें झंझट दिखता है. चुनाव में सात निश्चयों पर काम करने की बात कही गयी थी. एक-एक निश्चयों पर काम हो रहा है. शराबबंदी पहली अप्रैल से होगी. 31 मार्च को जितनी शराब बची रह जायेगी, उसे नष्ट कर दिया जायेगा. महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 फीसदी आरक्षण दिया गया है.
घर-घर बिजली, पानी, शौचालय व गली व नाला निर्माण होगा. 12वीं के बाद पढ़ाई के लिए छात्रों को चार लाख का क्रेडिट कार्ड मिलेगा. लोक शिकायत निवारण केंद्र बना कर लोगों की शिकायत सुनी जायेंगी. उन्हाेंने कहा कि हमने अधिकारियों को जनप्रतिनिधि की बात सुनने के लिए निर्देश दिया है. जो काम होने लायक हो, उसे करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी अभी फटर-फटर बोल रहे हैं. कुछ दिन बाद चुप हो जायेंगे. जनता ने हमलोगों को काम सौंपा है, वह हम कर रहे हैं.
अखबार में रहता है धमकी भरा डेडलाइन
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रेस की आजादी के लिए हम जेल गये. इसके बावजूद अखबार में धमकी भरी डेडलाइन रहती है. हालांकि, अंदर में देखा जाता है कि बेटा बाप को धमकी दे रहा है. अखबार में हमलोगों को ही टारगेट किया जा रहा है. कॉरपोरेट क्षेत्र होने के कारण मालिक ही तय करता है. हालांकि, मुझे कोई शिकायत नहीं है. हम तो अपना काम करते जायेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज है व रहेगा. अपराधी बख्शे नहीं जायेंगे. राज्य में सद्भाव व सौहार्द का माहौल रहेगा.
यह थे उपस्थित
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, परिवहन मंत्री चंद्रिका राय, कृषि मंत्री राम विचार राय, खान व भूतत्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, कला, संस्कृति व युवा मंत्री शिवचंद्र राम, उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह के अलावा विधायक भोला यादव, प्रेमा चौधरी, विधान पार्षद सुबोध राय सहित अन्य नेता उपस्थित थे. पुल बनानेवाली कंपनी दक्षिण कोरिया की देबू के प्रतिनिधि के अलावा पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार, अभियंता प्रमुख लक्ष्मी नारायण दास, बिहार राज्य पथ विकास निगम के सीजीएम विजय शंकर ,तिरहुत प्रमंडल के आयुकत अतुल प्रसाद, वैशाली के डीएम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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