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5000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने निवेशकों के साथ की अलग-अलग बैठक कोलकाता : हरियाणा को खाद्य प्रसंस्करण, विनिर्माण, आधारभूत संरचना, बिजली, सौर ऊर्जा, आतिथ्य सत्कार, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-शासन तथा शिक्षा के क्षेत्र में कोलकाता के सम्भावित निवेशकों से 5000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. इसकी जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर […]
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने निवेशकों के साथ की अलग-अलग बैठक
कोलकाता : हरियाणा को खाद्य प्रसंस्करण, विनिर्माण, आधारभूत संरचना, बिजली, सौर ऊर्जा, आतिथ्य सत्कार, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-शासन तथा शिक्षा के क्षेत्र में कोलकाता के सम्भावित निवेशकों से 5000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. इसकी जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महानगर में निवेशकों के साथ अलग-अलग बैठक के बाद संवाददाताओं को दी.
श्री खट्टर ने बताया कि बंगाल की 14 अग्रणी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और निदेशकों ने उनसे मुलाकात की और हरियाणा में अपनी इकाइयां स्थापित करके अपने आधार का विस्तार करने की पेशकश की. इसके अतिरिक्त, कई उद्यमी उनके संपर्क में हैं, जिन्होंने हरियाणा में निवेश की अपनी गहरी इच्छा जाहिर की है.
उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा पर आधारित परियोजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाणा की नयी सौर नीति भी शीघ्र जारी की जायेगी. हरियाणा नयी सौर नीति लेकर आयेगा, जिसके तहत प्रदेश में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर कई प्रोत्साहन दिये जायेंगे.
श्री खट्टर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने भूमि उपयोग परिवर्तन (सीएलयू) की प्रक्रिया का सरलीकरण किया है. अब 10 करोड़ रुपये और एक एकड़ क्षेत्र तक की परियोजनाओं के लिए सभी अपेक्षित स्वीकृतियां संबंधित उपायुक्त की अध्यक्षतावाली समिति द्वारा एक ही छत के नीचे दी जायेंगी, जबकि 10 करोड़ रुपये और एक एकड़ से अधिक की परियोजनाओं के लिए स्वीकृतियां मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में गठित अधिकार प्राप्त समिति द्वारा दी जायेंगी. उन्होंने बताया कि राज्य में 31 खंडों को चिह्नित किया गया है, जहां अनापत्ति प्रमाणपत्र की कोई आवश्यकता नहीं होगी, जबकि अन्य खंडों में समयबद्ध स्वीकृतियां देने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गयी है.
बड़े उद्योगों के लिए हरियाणा में भूमि की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास हरियाणा राज्य औद्योगिक व आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) द्वारा विकसित और व्यवस्थित 31 औद्योगिक संपदाएं हैं, जहां विभिन्न आकार के 2000 प्लाट उपलब्ध हैं. हरियाणा में औद्योगिक इकाइयां विकसित करने के इच्छुक निजी डेवलपर्स के लिए बहुविध विकल्प उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा में कई ऐसे उद्योगपति हैं, जिन्होंने पश्चिम बंगाल असम और देश के अन्य भागों में इकाइयां स्थापित की हैं.
उनका उद्देश्य देशभर से और विदेशों से हरियाणा में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करना है, ताकि प्रदेश का औद्योगिक विकास सुनिश्चित किया जा सके और युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाये जा सकें. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में हमने गुड़गांव में हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इनवैस्टर्स समिट-2016 आयोजित करने का निर्णय लिया है. उन्होंने इस सम्मिट में कोलकाता के उद्यमियों को भी आमंत्रित किया है. यह सात व आठ मार्च को आयोजित किया जायेगा.
इस सम्मिट के लिए रोड शो किये जा रहे हैं. हरियाणा सरकार ने भारत सरकार से हिसार में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित करने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को निवेश आमंत्रित करने के लिए स्वस्थ प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहिए.
हरियाणा के उद्योग व वाणिज्य मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा एक प्रगतिशील राज्य है, जो राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में अपने आकार से तीन गुणा योगदान देता है. इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव देवेन्द्र सिंह तथा हरियाणा सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
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