चितरा: शुक्रवार को दूसरे दिन भी चितरा कोलियरी के कोयलाकर्मियों ने कामकाज ठप रखा. कोयला उत्पादन व ढुलाई नहीं होने पर 1.10 करोड़ का नुकसान हुआ है. शुक्रवार को बंद समर्थकों ने मोटरसाइकिल जुलूस निकाल एरिया भ्रमण कर नारेबाजी की. पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता व पूर्व विधायक चुन्ना सिंह भी चितरा पहुंचे व मजदूरों का समर्थन किया. पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा कि जबतक कोई सीनियर पदाधिकारी मजदूरों से बात करने नहीं आते हैं, तबतक चितरा कोलियरी में अनश्चितिकालीन हड़ताल जारी रहेगा. पदाधिकारी मजदूरों से हिटलर जैसा व्यवहार कर रहे हैं. इसलिए मजदूर आरपार की लड़ाई लड़ेंगे.
पूर्व विधायक चुन्ना सिंह ने कहा कि चितरा कोलियरी में अभिकर्ता के कारण ही ऐसी समस्या उत्पन्न हुई है. उन्होंने अभिकर्ता से बातचीत करते हुए कहा कि आप चितरा कोलियरी से छुट्टी लेकर चले जायें. फिर स्वतः सभी मजदूर काम पर लग जायेंगे. इस दौरान नवल किशोर राय, कृष्णा सिंह, उदेश्वर मुर्मू देशमांझी, राममोहन चैधरी, मनोज कुमार महतो, गोपाल कृष्णा, मुन्ना मिश्रा, रामू शर्मा, साधु शर्मा, राजू राय, मुन्ना मिश्रा, योगेश राय, युगल राय आदि थे.
दूसरी ओर यूनियन प्रतिनिधि महेंद्र प्रसाद राणा, अरुण महतो, युधिष्ठिर सिंह यादव, बलदेव महतो, जियाराम कोल, रामदेव सिंह के साथ में जतन महतो, वीरेंद्र सिंह मेलर आदि ने सामूहिक रूप से कोलियरी चालू कराने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि हमलोग कोलियरी चालू कराने के समर्थन में नरेश चंद्र महतो, भूदेव चंद्र महतो, नरसिंह महतो, सुरेश महतो, वैद्यनाथ प्रसाद, सुबोध महतो, झारी महतो, कोकिल महतो, फणी महतो आदि को लेकर गये. लेकिन प्रबंधन की लचर व्यवस्था के कारण कामकाज चालू नहीं हो सका. यूनियन प्रतिनिधि महेन्द्र प्रसाद राणा, अरूण महतो, युधिष्ठिर सिंह यादव आदि ने कहा कि वर्कर काम करने के लिए खदान पहुंचे लेकिन कोलियरी प्रबंधन व प्रशासन काम कराने में अक्षम साबित हुए. उन्होंने कहा कि पहले तो यहां ओटी का मुद्दा लेकर बंद किया गया था. बाद में एजेंट के स्थानातरण की मांग में बदल दिया गया है. उन्होंने कहा कि एजेंट चितरा कोलियरी में सही ढंग से काम कर रहे हैं. शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए मधुपुर इंस्पेक्टर राम मनोहर शर्मा, पालोजोरी थाना प्रभारी एन डी राय, चितरा थाना प्रभारी पुनित उरांव, सीआईएसएफ इंस्पेक्टर वाई सी रजवाड़ अपने दल बल के साथ तैनात थे.
वार्ता के लिए नहीं हो रही पहल: खनन महाप्रबंधक
चितरा कोलियरी में कामकाज ठप रहने से लगभग 1.10 करोड़ का नुकसान हो चुका है. वार्ता के लिए कल से यहां बैठे हैं. लेकिन कोई मजदूर या मजदूर नेता बात करने के लिए नहीं आये. भीड़ में जाकर बातचीत करना प्रबंधन की ओर से मनाही है. कामकाज ठप रहने से मजदूरों पर कार्रवाई करते हुए कोल इंडिया के एक्ट के तहत आठ दिन का पैसा काट लिया जायेगा. इसके साथ ही हड़ताल कर्मियों के खिलाफ डैमेज सूट दायर किया जायेगा.
बीके सिंह
खनन महाप्रबंधक
अभिकर्ता के अड़ियल रवैये से हो रही क्षति: पशुपति
कोलियरी में बंदी के कारण हुए कोलियरी प्रबंधन को आर्थिक नुकसान का जिम्मेवार खुद कोलियरी अभिकर्ता हैं. उनके ही अड़ियल रवैये के कारण श्रमिक उग्र हुए हैं. उक्त बातें एटक सचिव सह भाकपा के केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य पशुपति कोल ने कही. श्रमिकों की मांग जायज है. हम सभी श्रमिक व यूनियन प्रतिनिधियों का समर्थन करते हैं.