अरियरी़ : अरियरी के महादलित टोला धमौल की आबादी तीन सौ है. यहां सामुदायिक भवन के एक ही कमरे में नामांकित 128 बच्चों को एक शिक्षक के बदौलत ही स्कूल का संचालन किया जा रहा है. गांव के स्थानीय वार्ड सदस्य चंदर मांझी ने बताया कि यहां 50 नामांकित बच्चों की शिक्षा भगवान भरोसे हैं.
यही कारण है कि दर्जनों बच्चों को स्कूल भेजा भी नहीं जाता.
प्राचार्य संतोष कुमार ने बताया कि जर्जर सामुदायिक भवन में संचालित प्राथमिक विद्यालय धमौल में पठन-पाठन का कार्य महीने में 20 दिन हो पाता है. बाकी दिनों में बैठक,बैठक कार्य व रिपोर्टिंग में शिक्षक मशगूल हो जाते. ऐसे में कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि महादलितों की शिक्षा के नाम पर विभाग और सरकार महज खानापूर्ति ही कर रही है.
मजदूरों ने किया श्रम कार्यालय का घेराव:नवादा (नगर). विभिन्न मांगों को लेकर राज्य भवन निर्माण कामगार संघ से जुड़े असंगठित मजदूरों ने सोमवार को श्रम कार्यालय का घेराव किया व समाहरणालय पहुंच कर मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा. संघ से जुड़े महासचिव शैलेंद्र कुमार व समन्वयक उदय कुमार ने कहा कि पांच सूत्री मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है. विभागीय लापरवाही व शिथिलता का परिणाम है कि मजदूरों को उसके अनुदान के रुपये का भुगतान नहीं हो रहा है. मजदूरों ने कहा कि सभी निबंधित मजदूरों को अनुदान के रुपये का भुगतान किया जाये.
पिछले छह माह से जिन मजदूरों की सूची अनुमोदित की गयी है, उसका भुगतान एक सप्ताह में किया जाये. श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा देय सूची को अविलंब भेजा जाये, मृत्यु से सबंधित फाइलों का निबटारा जल्द किया जाये.
विभाग द्वारा किये जा रहे अवैध वसूली को बंद करने की मांग प्रदर्शन के माध्यम से किया गया. प्रदर्शन में चंदन कुमार, सीमा कुमारी, विशुनदेव प्रसाद, पुरुषोत्तम कुमार, वंदना कुमारी, राहुल राजवंशी, गिरिश शर्मा, आफताब आलम, बेबी देवी, प्रियंका राज सहित कई मजदूर प्रदर्शन में शामिल थे.