सिडनी : भारत के नये बल्लेबाजी स्टार मनीष पांडे ने कहा कि नंबर चार वह स्थान है जिस पर बल्लेबाजी करने में वह सहज महसूस करते हैं क्योंकि इससे उन्हें उसी तरह से पारी संवारने में मदद मिलती है जैसा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच के दौरान विजयी शतक लगाकर किया.
चोटिल अंजिक्य रहाणे की वापसी के बाद पांडे की पारी से चयनकर्ताओं का सरदर्द बढ़ जाएगा क्योंकि रहाणे अमूमन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरते हैं. संयोग से कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का मानना है कि पांडे के लिये पांचवां नंबर आदर्श बल्लेबाजी स्थान है. पांडे ने मैच के बाद बीसीसीआई.टीवी से कहा, ‘‘मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद है. यह मेरी बल्लेबाजी शैली के अनुकूल है. इससे पहले के दो मैचों में मुझे बल्लेबाजी के लिये पर्याप्त समय नहीं मिला.
मेरी शैली पहली तीन या चार गेंदों को आराम से खेलकर पिच का अंदाज लगाना और फिर उसके अनुसार अपनी शैली बदलना है. प्रत्येक गेंद पर चौका जड़ना मुश्किल होता है और इसलिए आपको एक या दो रन लेने की जरुरत पड़ती है और फिर आप ढीली गेंदों का फायदा उठा सकते हो. ” एकतरफ पांडे जहां नंबर चार पर अपना दावा कर रहे हैं वहीं सीमित ओवरों के कप्तान की राय इससे इतर है.
धौनी ने मैच के बाद कहा था, ‘‘मनीष ने आज जिस तरह की पारी खेली उससे उसने अपने लिये 10-15 वनडे पक्के कर दिये जहां आप खुद को स्थापित कर सकते हो और वह कर सकते हो जो आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करना जरुरी होता है, मैच की परिस्थितियों के अनुसार खेलना. जब आप भिन्न स्थानों और भिन्न परिस्थितियों में खेलते हो तो काफी कुछ बदलेगा. अभी वह पांचवें नंबर के लिये अच्छा बल्लेबाज लग रहा है. ”
कर्नाटक के बल्लेबाज पांडे ने जीत का श्रेय धौनी के उस छक्के को दिया जो उन्होंने भारतीय पारी के आखिरी ओवर में लगाया था. इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘जब हम साथ में खेल रहे थे तब मैंने माही भाई से कहा कि एक या दो छक्कों से हमारी जीत तय हो जाएगी. सौभाग्य से गेंदबाज (मिशेल मार्श) सही लेंथ से गेंद नहीं कर पाया और उस छक्के ने मैच का रुख पलट दिया. ”
पांडे ने कहा कि उन्होंने अपने दिमाग में पहले ही तस्वीर बना ली थी कि उन्हें क्या करना है. उन्होंने कहा, ‘‘बल्ला उठाने और हेलमेट को चूमने को लेकर मेरे दिमाग में पहले से ही तस्वीर बन गयी थी. तब स्थिति सांस थाम देने वाली थी. यह अच्छा है कि मेरी प्रत्येक (रोहित शर्मा और धौनी) के साथ साझेदारी से फायदा मिला. ” आईपीएल में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय पांडे ने कहा, ‘‘मैं जिन मैचों का हिस्सा रहा हूं उनमें यह सबसे रोमांचक में से एक था. विशेषकर तब जबकि मैं क्रीज पर था. ”