गालूडीह थाना क्षेत्र की बाघुड़िया पंचायत के हलुदबनी गांव की घटना
मकर शुरू होने से माघे पर्व तक वृक्ष काटना आदिवासी परंपरा के विरुद्ध है
गांव के ही कान्हू हेंब्रम ने परंपरा के विरुद्ध वृक्ष काटा, इससे विवाद पनपा
गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र की बाघुड़िया पंचायत स्थित हलुदबनी गांव में सामाजिक परंपरा का उल्लंघन होने से ग्रामीण भड़क गये. शनिवार को मामला थाना पहुंचा, तो पुलिसिया हस्तक्षेप से मामले को सुलझाया गया. दोनों पक्ष के लोग थाना में पुलिस की उपस्थिति में बैठक कर मामले को सुलझाया.
क्या है मामला, क्यों पनपा विवाद
ग्राम प्रधान सुखलाल मुर्मू और गांव के बुजुर्ग रामचंद्र मुर्मू ने बताया कि आदिवासी सरना धर्म में मकर संक्रांति से लेकर माघे पर्व तक वृक्ष काटने, बैलगाड़ी चलाने, फूस का घर छाने आदि परंपरा के विरुद्ध है. ऐसा कोई करता है, तो गांव में विपत्ति आती है. परंपरा तोड़े जाने पर गांव में पूजा होती है. इस परंपरा को गांव के ही कान्हू हेंब्रम ने तोड़ा है.
वह मकर के कुछ दिन बाद ही गांव में बैर वृक्ष काट दिया. इससे ग्रामीण नाराज हुए और गांव में सामाजिक बैठक ग्राम प्रधान सुकलाल मुर्मू की अध्यक्षता पर बुलायी गयी. बैठक में पूरा गांव आया, परंतु आरोपी कान्हू हेंब्रम नहीं आये. दो बार उसके घर बुलावा भी भेजा गया, परंतु वे नहीं आये. उलटे आरोपी ने थाना में जाकर शिकायत कर दी. ग्रामीण गांव से भगा देने और मारने-पीटने की धमकी दे रहे हैं.
पुलिस के बुलाने पर ग्रामीण पहुंचे थाना
पुलिस ने शनिवार को दोनों पक्षों को थाना बुलाया. इस बुलावे पर ग्रामीण थाना पहुंचे. प्रथम पक्ष के कान्हू हेंब्रम एवं उनके परिजन और दूसरे पक्ष से ग्राम प्रधान सुकलाल मुर्मू, रामचंद्र मुर्मू, वैद्यनाथ टुडू, वकील मुर्मू, जवाहर लाल मुर्मू, ठाकुर मुर्मू, उपेन मुर्मू, बटगाल मुर्मू, दिकू मुर्मू, दुर्गा मुर्मू आदि अनेक ग्रामीण पहुंचे थे. पुलिस दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद आपसी सुलह कराया. दोनों पक्ष आपसी भाईचारा के साथ रहने की बात कही. इसके साथ ही विवाद का पटाक्षेप हो गया.