भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में अवैध रूप से की गयी सहायक शिक्षकों की नियुक्ति का मामला गरमाने लगा है. बीएयू अंदर ही अंदर सुलगने लगा है. इस मामले में बीएयू के शिक्षक कुछ भी बाेलने से परहेज कर रहे हैं. पूर्व कुलपति डॉ मेवा लाल के कार्यकाल के बारे में पूछने पर कुछ भी बताने से इनकार करते हैं.
प्रभारी कुलपति राज भवन से निर्देश मिलने के इंतजार में हैं. बीएयू सूत्रों के अनुसार लगभग 300 शिक्षकों की बहाली में सारे नियम कानून को ताक पर रखा गया है. विज्ञापन में शिक्षकों की नियुक्ति की संख्या कुछ थी, लेकिन नियुक्ति के दौरान शिक्षकों की संख्या बढ़ गयी है. यह सारा कार्य पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल के कार्यकाल में हुआ. सूत्राें के अनुसार पूर्व कुलपति व कुछ वरीय अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब किया गया है.
शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत साक्षात्कार के लिए तीन सदस्य टीम बनायी गयी थी. कुछ ऐसे भी शिक्षक आये थे, जो काफी टैलेंट वाले थे. उन्हें साक्षात्कार में छांट दिया गया. तमाम चीजों की जानकारी राज भवन को मिलने पर प्रभारी कुलपति को जांच करने के लिए कहा गया. जांच कर कुलपति ने राज भवन को रिपोर्ट भेज दिये है. प्रभारी कुलपति डॉ अरुण कुमार ने बताया कि शिक्षक नियुक्ति प्रकरण में सारे चीजों की जांच कर भेज दिया गया है. राज भवन से निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.