इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने बुधवार को एक संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया जो पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच करेगा. यह दल पता लगाएगा कि भारत में पठानकोट आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का कोई व्यक्ति या संगठन शामिल था या नहीं. आपको बता दें कि पाकिस्तान के साथ शुक्रवार को प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर आगे बढ़ने या नहीं बढ़ने के बारे में फैसला गुरुवार को प्रधानमंत्री लेंगे. पाकिस्तान की ओर से पठानकोट हमले पर की जा रही कार्रवाई के बाद अब वार्ता होगी या नहीं इसपर फैसला आज आएगा.
पाकिस्तान अपने एक विशेष जांच दल को पठानकोट भेजने पर भी विचार कर रहा है, क्योंकि भारत के सहयोग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए और सूचना की दरकार होगी. इस संबंध में भारत से विमर्श कर रहा है.
पाकिस्तान की ओर से गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) में सैन्य अधिकारी और सुरक्षा से संबंधित अफसर शामिल हैं. पाकिस्तान द्वारा मामले में पूरी और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आदेश के बाद जेआईटी का गठन किया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के अनुसार जेआईटी की अगुवाई अतिरिक्त आईजी आतंकवाद निरोधक विभाग :सीटीडी: पंजाब, राय ताहिर करेंगे.
टीम के अन्य सदस्यों में आईबी (लाहौर) के निदेशक अजीम अरशद, सीटीडी (खैबर पख्तूनखवा) के अतिरिक्त आईजी सलाउद्दीन खान, एफआईए (लाहौर) के निदेशक उस्मान अनवर, आईएसआई के ब्रिगेडियर नोमान सईद और सैन्य खुफिया :एमआई: के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा शामिल हैं. टीम दो जनवरी को पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर हुए हमले में पाकिस्तान के किसी संगठन या व्यक्ति का हाथ होने की पडताल करेगी. हमले में सात भारतीय अधिकारी और जवान मारे गये थे.