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इन्फोसिस : तीसरी तिमाही में शानदार मुनाफे के बावजूद US वीजा पॉलिसी से चिंताएं बरकरार

बेंगलुरु : देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी, इन्फोसिस का संचयी मुनाफा अक्तूबर-दिसंबर 2015 की तिमाही में 6.6 प्रतिशत बढकर 3,465 करोड़ रुपये हो गया जो उम्मीद से बेहतर है. बेंगलुरु की कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में 3,250 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इन्फोसिस ने कहा कि तीसरी तिमाही के […]

बेंगलुरु : देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी, इन्फोसिस का संचयी मुनाफा अक्तूबर-दिसंबर 2015 की तिमाही में 6.6 प्रतिशत बढकर 3,465 करोड़ रुपये हो गया जो उम्मीद से बेहतर है. बेंगलुरु की कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में 3,250 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इन्फोसिस ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी की संचयी आय 15.2 प्रतिशत चढकर 15,902 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल की इसी तिमाही में 13,796 करोड़ रुपये थी.हालांकि इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद अमेरिका द्वारा वीजा शुल्क बढ़ाये जाने से कंपनी को मुनाफा घटने की आशंका है. हालांकि इससे निबटने के लिए कंपनी वैकल्पिक रास्ते अख्तियार कर रही है.

सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए स्थिर मुद्रा पर अपनी आय का अनुमान बढाकर 12.8-13.2 प्रतिशत कर दिया. कंपनी ने अक्तूबर 2015 में स्थिर मुद्रा विनिमय दर के आधार पर आय में 10-12 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जाहिर किया था. इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा, ‘बुनियादी नवोन्मेष के साथ-साथ हम एकिडो सेवाओं को तेजी से अपना रहे हैं जिससे बेहतरीन प्रणाली, स्वचालन और साफ्टवेयर क्षेत्र में मजबूती आ रही है और हमारे लोगों का कौशल और उनकी कल्पनाशक्ति बढी है.’

सिक्का ने कहा कि इन कारकों से इन्फोसिस को तीसरी तिमाही में पारंपरिक तौर पर दबाव रहने और अतिरिक्त मुश्किलों के बावजूद उत्साहजनक नतीजा पेश करने में मदद मिली और इससे कंपनी की निरंतर मुनाफे वाली वृद्धि में सुदृढता आएगी. इस नतीजे के मद्देनजर इन्फोसिस का शेयर आज सुबह के कारोबार में 4.08 प्रतिशत चढकर 1,126.55 रुपये पर कारोबार करने लगा. समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सितंबर की तिमाही के मुकाबले दो प्रतिशत बढा जबकि यह 3,398 करोड़ रुपये था.

वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही के दौरान आय 15,635 करोड़ रुपये थी जिसके मुकाबले दिसंबर की तिमाही में इसमें 1.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई. इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी एम डी रंगनाथन ने कहा, ‘हम इस तिमाही में उम्मीद से बेहतर तरीके से आगे बढने में कामयाब रहे. हम आगामी तिमाहियों में विभिन्न स्तरों के जरिए परिचालन क्षमता बढाना पर ध्यान बढाना जारी रखेंगे.’

डालर के लिहाज से तीसरी तिमाही में इन्फोसिस का शुद्ध मुनाफा 0.4 प्रतिशत चढकर 52.4 करोड डालर हो गया जबकि आय 8.5 प्रतिशत चढकर 2.4 अरब डालर हो गया. समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की नकदी और नकदी तुल्य परिसंपत्ति, बिक्री के लिए उपलब्ध वित्तीय परिसंपत्ति और सरकारी बांड समेत नकदी परिसंपत्ति 31 दिसंबर 2015 में 31,526 करोड़ रुपये रही जो सितंबर 2015 में समाप्त तिमाही के दौरान 32,099 करोड़ रुपये थी.

वीजा शुल्क में बढ़ोत्तरी का मार्जिन पर करीब 0.3 प्रतिशत असर : इन्फोसिस

बेंगलुरु :सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी, इन्फोसिस ने आज कहा कि हाल में अमेरिका द्वारा एच1बी वीजा शुल्क में बढोतरी का कंपनी के मार्जिन पर 0.3 प्रतिशत से कम ही असर होने की संभावना है.

कंपनी दीर्घकालिक स्तर पर समस्या के समधान के लिए अमेरिका में ही नियुक्ति बढ़ाने जैसे विकल्पों के उपयोग पर भी काम कर रही है.

इन्फोसिस के अध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी यू बी प्रवीण राव ने कहा, ‘‘शुरुआती अनुमान के मुताबिक वीजा शुल्क में बढोतरी का मार्जिन पर करीब 0.3 प्रतिशत असर होगा, लेकिन पिछले कुछ दिनों में हमें स्पष्टीकरण मिला है कि बढ़ा हुआ शुल्क नए वीजा पर लागू होगा न कि संशोधन या स्थानांतरण वीजा पर.’ उन्होंने कहा कि इसलिए असर काफी कम होगा.

कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन दिसंबर 2015 की तिमाही में 24.8 प्रतिशत रहा.

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