लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों का विकास सामूहिक प्रयास से ही संभव है. आजादी के 68 साल बाद भी राजनीतिक कारणों से गांवों में बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंची हैं. गांवों के विकास में गांव के लोग ही बेहतर कर सकते हैं. योजना बनाओ अभियान के तहत गांवों में ही भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक संरचना को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण ही योजनाओं का निर्माण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि गरीब विधवाओं के लिए आवास बनाया जायेगा एवं 2016-17 में हर आयवाली विधवाओं को चिह्नित कर उन्हें विधवा पेंशन का लाभ दिया जायेगा. हर गरीब परिवार को दो-दो गाय देने की योजना है. गाय रखने के लिए जिनके पास जगह नहीं है, उनके लिए पशु हॉस्टल बनाया जायेगा.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बताया कि 4402 ग्राम पंचायतों को योजना बनाओ अभियान का जिम्मा दिया गया है. हर मंत्री व सचिव 20-20, डीसी पांच-पांच योजना बनाओ अभियान की बैठक में रहेंगे. सीएम ने छात्रों के कौशल विकास मिशन की पढ़ाई की बात कही, साथ ही कहा कि हर जिले में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र खोला जायेगा. उन्होंने हर गांव में तालाब निर्माण की बात कही. उन्होंने कहा कि पूर्व में बने चेकडैमों का लाभ किसानों को नहीं मिल पाया है, अब ग्रामीण चेकडैमों के निर्माण स्थल का चयन करेंगे.
इस अवसर पर पंचायत प्लानिंग दल ने गांव का सामाजिक मानचित्र मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया. ग्रामीणों ने गांव की आवश्यकता अनुसार जरूरी विकास कार्यों के क्रियान्वयन के लिए सुझाव मुख्यमंत्री व पदाधिकारियों को दिये. ग्रामीण ने अपने सुझाव में पशुपालन के लिए शेड, प्रशिक्षण, केंचुआ खाद के लिए प्रशिक्षण, शौचालय, इंदिरा आवास की उपलब्धता, राशन कार्ड, नशा मुक्ति, टांड जमीन में फलदार वृक्ष लगाने जैसी योजनाओं को क्रियान्वित करने का सुझाव दिया. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पास ही टांड जमीन का मुआयना किया. इसके बाद स्कूली बच्चों से भी मुख्यमंत्री मिले. मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ फोटो भी खिंचाई और अॉटोग्राफ दिया. इस अवसर पर ग्रामीण विकास सचिन एनएन सिन्हा, सीएम के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, रांची डीसी मनोज कुमार, डीडीसी विरेंद्र कुमार सिंह, विधायक रामकुमार पाहन, झारखंड आंदोलनकारी आयोग के सुनील फकीरा कच्छप, भाजपा जिलाध्यक्ष जैलेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष जाकीर खान व अन्य उपस्थित थे.