नयी दिल्ली : नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने आज गुमशुदा बच्चों सहित उनके खिलाफ अपराध के मामले रोकने में ‘अहम’ भूमिका निभाने के लिए न्यायपालिका की भूमिका की सराहना की और लोगों से बाल उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने का अनुरोध किया. बाल तस्करी पर कुछ साल पहले दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद इससे निपटने के लिए दिल्ली में सरकारों द्वारा कोई कानून नहीं बनाने का उदाहरण देते हुए सत्यार्थी ने जहां न्यायपालिका की तारीफ की वहीं कार्यपालिका के स्तर पर होने वाले प्रयासों में कमी पर चिंता जताई.
उन्होंने कहा, ‘बालश्रम, बाल शिक्षा बहाल करने, गरीब बच्चों का नामांकन करने जैसे कई मामलों सहित ऐसे अनेक मामलों में न्यायपालिका ने बाल अपराधों के खिलाफ अहम भूमिका निभाई है.’ सत्यार्थी यहां 36वें भीमसेन सच्चर मेमोरियल में ‘बाल स्वतंत्रता की लडाई में न्यायपालिका की भूमिका’ विषय पर बोल रहे थे.