भागलपुर: इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा हमेशा तोड़फोड़ और सड़क जाम की घटना पर इस बार कॉलेज प्रशासन और प्रशासन कड़े तेवर में है. सोमवार को एसडीओ कुमार अनुज के साथ उनके कार्यालय में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार और छात्रों की बैठक हुई. बैठक में साफ तौर पर निर्णय लिया गया कि […]
भागलपुर: इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा हमेशा तोड़फोड़ और सड़क जाम की घटना पर इस बार कॉलेज प्रशासन और प्रशासन कड़े तेवर में है. सोमवार को एसडीओ कुमार अनुज के साथ उनके कार्यालय में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार और छात्रों की बैठक हुई. बैठक में साफ तौर पर निर्णय लिया गया कि सभी छात्र जब तक बांड भर कर नहीं देंगे, तब तक कॉलेज नहीं खोला जायेगा. एसडीओ ने निर्देश दिया कि बांड में सभी छात्र यह लिखेंगे कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी. अगर होगी तो इसके लिए छात्र जिम्मेवार होंगे. मंगलवार को छात्र अगर बांड भर प्राचार्य को देते हैं, तो फिर एसडीओ के साथ बैठक कर कॉलेज खोलने पर निर्णय लिया जायेगा. वहीं एसडीओ ने कहा कि इस तरह सड़क जाम नहीं किया जाये.
नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बैठक में छात्रों को कहा गया कि आपका काम तोड़फोड़ नहीं, शिक्षा ग्रहण करना है. प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने कहा कि एसडीओ ने सभी छात्र को फिर ऐसी गलती ना करने की ताकीद की. उन्होंने बैठक में छात्रों से कहा कि आप ज्ञान प्राप्त करने के लिए आये हैं, मारपीट न करें. उन्होंने कहा कि अगर तोड़फोड़ की घटना के दिन वे होते, तो उनके ऊपर भी घटना घट सकती थी. वहीं कॉलेज सूत्रों की माने तो मंगलवार को कॉलेज खोलने को लेकर एक बैठक होगी.
बिना प्रवेश पत्र के कॉलेज में प्रवेश पर लगेगी रोक : कॉलेज में आये दिन मारपीट की घटना को रोकने के लिए कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज में प्रवेश के लिए पहचान पत्र और कॉलेज में आने के तात्पर्य के बारे में सही जानकारी देने के बाद ही प्रवेश देने का निर्णय लिया है. यह नियम कॉलेज के छात्र-छात्राओं के बीच भी लागू होगा. प्राचार्य ने बताया कि इसके लिए सिक्यूरिटी गार्ड की तैनाती होगी. गार्ड के लिए विज्ञापन दिया गया है. जल्द बहाली प्रक्रिया होगी.
ये थी घटना
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में 31 दिसंबर की रात छात्रों ने छात्राओं के होस्टल के गेट पर हंगामा किया था. तोड़फोड़ भी की थी. इसके दो दिन बाद छात्रों की ग्रामीणों के साथ खेल के मैदान में झगड़ा हो गया था. फिर दो दिन बाद कुछ छात्रों की कॉलेज परिसर के बाहर ग्रामीणों से झगड़ा और मारपीट हो गयी. इस बात को लेकर छात्रों ने प्राचार्य के आवास में तोड़फोड़ कर दी थी. इसके अगले ही दिन छात्र सुरक्षा की मांग को लेकर सड़क पर उतर आये और आठ घंटे तक एनएच 80 जाम कर दिया. घटना से तंग आकर प्राचार्य ने निदान होने तक कॉलेज को बंद कर दिया और होस्टल खाली करने का निर्देश जारी कर दिया.