कोलकाता: सारधा चिटफंड घोटाले में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर वाम मोरचा की ओर से मंगलवार को सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर का घेराव किया गया. माकपा नेता सूर्यकांत मिश्र ने इस दौरान कहा िक केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ को सारधा चिटफंड घोटाले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नोिटस देना चाहिए.
मामले में मुख्यमंत्री से पूछताछ की जानी चाहिए. सभा में चिटफंड निवेशकों को उनकी रकम लौटने की मांग की गयी. माकपा नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान मांग की कि चिटफंड कंपनियों के मालिकों की संपत्ति जब्त कर निवेशकों को उनकी राशि लौटने के लिए सीबीआइ व्यवस्था करे. उन्होंने मामले में सीबीआइ की निष्पक्ष जांच की मांग की.
कहा कि चिटफंड कंपनियों के मालिकों सहित इनसे सुविधा लेने वाले तृणमूल नेताओं व मंत्रियों की संपत्ति जब्त कर निवेशकों को उनकी राशि रुपये लौटायी जानी चाहिए. माकपा नेताओं ने आरोप लगाया कि सारधा कांड से सबसे ज्यादा सुविधा लेने वालों में मामता बनर्जी भी शामिल हैं. रैली को वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु, गौतम देव और माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने भी संबोधित किया.
चरमरा गयी परिवहन व्यवस्था
उधर, सुबह से हिडको मोड़ से एक के बाद एक रैली के आने का क्रम शुरू हो गया. विभिन्न जिलों से रैली में 50 हजार वाम मोरचा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. सॉल्टलेक के विभिन्न इलाकों से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक रैली निकाली गयी. सीजीओ कॉम्प्लेक्स में रैली के घुसने से रोकने के लिए परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. स्थिति को काबू में करने के लिए रैफ भी तैनात थी. सीबीआइ दफ्तर घेराव के कार्यक्रम से साल्टलेक में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हुई. सॉल्टलेक के कुछ रास्ते बंद रहे.