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बिजली उपभोक्ताओं के घर में लगेंगे स्मार्ट मीटर
बंगाल का पहला पायलट परियोजना का आगाज सिलीगुड़ी से सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के बिजली उपभोक्ताओं के घरों में शीघ्र ही स्मार्ट मीटरों की व्यवस्था की जायेगी़ इन मीटरों के लग जाने से देर से बिजली बिल आने,ज्यादा बिल आने जैसी समस्याओं से मुक्ति मिल जायेगी़ राज्य के पहले विद्युत पायलट परियोजना का आगाज सिलीगुड़ी से […]
बंगाल का पहला पायलट परियोजना का आगाज सिलीगुड़ी से
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के बिजली उपभोक्ताओं के घरों में शीघ्र ही स्मार्ट मीटरों की व्यवस्था की जायेगी़ इन मीटरों के लग जाने से देर से बिजली बिल आने,ज्यादा बिल आने जैसी समस्याओं से मुक्ति मिल जायेगी़ राज्य के पहले विद्युत पायलट परियोजना का आगाज सिलीगुड़ी से हो रहा है. भारत के 13 राज्यों में इस पायटल परियोजना की शुरूआत पहले ही चुकी है़ अलावा चौदहवें नंबर पर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में इस परियोजना को लगाया जा रहा है़
शहर के ज्योती नगर इलाके में आठ करोड़ की लागत पावर ग्रिड की इस परियोजना का निर्माण कराया जा रहा है. इसके पूरा होने के बाद आमलोगों की बिजली संबंधित शिकायतें दूर हो जायेगी़ ऐसा दावा विद्युत विभाग ने किया है. इसके साथ ही शहरी व ग्रामीण इलाकों में विद्युत परिसेवा की बुनियादी सुविधाओं को को सुदृढ़ करने के लिये इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम(आईपीडीएस) एवं दीनदयाल उपाध्याय ज्योति परियोजना का काम भी शुरू कर दिया गया है. वर्ष 2018 के अप्रैल महीने तक ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में इन परियोजनाओं के माध्यम से बुनियादी ढांचागत सुविधाएं ग्राहकों को दी जा सकेगी.
गौरतलब है कि सिलीगुड़ी सहित विभिन्न इलाकों में विद्युत सेवा को लेकर ग्राहक काफी असंतुष्ट हैं. ग्राहकों की असुविधाओं व समस्याओं को दूर करने के ज्योति नगर इलाके में इस परियोजना को लगाया जा रहा है. इस इलाके के छह हजार बिजली उपभोक्ताओं को इसका लाभ होगा.
परियोजना के पूरा होने के बाद से इस इलाके के बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर प्रदान किये जायेंगे. ऐसे एक स्मार्ट मीटर की कीमत छह हजार रूपये के करीब है लेकिन इस मीटर को लगाने के लिये उपभोक्ताओं को एक रूपये का खर्च नहीं करना होगा. स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि यूनिट की गणना के साथ साथ रूपये का हिसाब भी पता चल जायेगा. अब उपभोक्ताओं को बिल का इंतजार नहीं करना होगा बल्कि इस स्मार्ट मीटर के जरिये बिल का पता चल जायेगा. इस स्मार्ट मीटर में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है कि बिल जमा ना करने पर कार्यालय से ही बिजली का संपर्क काट दिया जायेगा एवं कार्यालय में बैठे-बैठे लोड को नियंत्रित किया जा सकता है.
विद्युत विभाग के सिलीगुड़ी रिजनल कार्यालय के रिजनल मैनेजर शिवेश देव ने बताया कि बिजली परिसेवा की दिशा में यह काफी अत्याधुनिक है. उन्होंने दावा किया है कि सौ प्रतिशत तक उफभोक्ताओं की समस्या का समाधान इस स्मार्ट मीटर से हो जायेगा. इसके अतिरिक्त सौर उर्जा का उपयोग करने वाले ग्राहक भविष्य में इस स्मार्ट मीटर के जरिये उपयोग के बाद बची हुयी बिजली विभाग को सीधे बेच सकते हैं.
श्री देव ने बताया कि वर्ष 2016 के अंत तक इस परियोजना का कार्य समाप्त करने का लक्ष्य है. हुक लगाकर बिजली की चोरी की समस्या पर इस मीटर के जिरये सौ प्रतिशत पाबंदी लगायी जा सकती है. इसके अलावा सिलीगुड़ी महकमा व पहाड़ के ग्रामीण इलाकों में विद्युत की ढांचागत व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिये दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना का काम शुरू किया गया है. इसके अलावा सिलीगुड़ी व पहाड़ के शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये आईपीडीस परियोजना का कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
रिजनल मैनेजर शिवेश देव ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के लिये 144 करोड़ की लागत से दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना व शहरी इलाकों के लिये 145 करोड़ की लागत से आईपीडीस परियोजना का कार्य आरंभ कर दिया गया है.
इन दोनों परियोजना से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को अच्छी सेवाएं दी जायेगी जायेगी. श्री देव के अनुसार इन दोनों परियोजना के अंतर्गत सिलीगुड़ी महकमा इलाके के अलावा बागडोगरा, सोनादा, ताकदा,उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज, तीन बत्ती मोड़, चंपासारी, ज्योति नगर व बारीभाषा इलाके में 33/11 केवी का सब स्टेशन बनाया जायेगा.
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