नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में अगला सीएम कौन होगा, इस सवाल पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. राज्य भाजपा प्रभारी और महासचिव राम माधव इस संबंध में आज कहा है कि पार्टी उम्मीद कर रही है कि सरकार के गठन पर पीडीपी जल्दी ही फैसला करेगी ताकि अनिश्चितता खत्म हो. हम चाहते हैं कि भाजपा-पीडीपी में जो करार हुआ है वह आगे बढ़े. पीडीपी को इसके लिए पहल करनी होगी. माधव ने कहा कि हम चाहते हैं कि आठ महीने पहले जो सहमति दोनों पार्टियों के बीच बनी थी वह टूटे नहीं और राज्य में सरकार का गठन हो.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सरकार को लेकर चर्चा उस वक्त और गर्म हो गयी जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की. इस मुलाकात को राजनीतिक रुप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पीडीपी की सहयोगी भाजपा ने मुफ्ती के निधन के बाद अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए महबूबा को औपचारिक समर्थन नहीं जताया है.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और पीडीपी 2002 से 2008 तक राज्य में सत्ता के साझेदार रह चुके हैं. जिसके तहत तीन-तीन साल के अंतर पर दोनों पार्टियों के मुख्यमंत्री रहे हालांकि 2008 में वे अलग हो गये. रविवार को राम माधव ने कहा कि पहले पीडीपी अपने नेता के नाम का चयन करे उसके बाद हम लोग सरकार बनाने की रूप रेखा पर चर्चा करेंगे. प्रदेश भारतीय जनता पार्टी पीडीपी के साथ सरकार में रहना चाहती है, लेकिन पार्टी को सत्ता में बराबर का अधिकार चाहिए.
रविवार को श्रीनगर में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से मिलने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गड़करी शामिल हैं हालांकि दोनों नेताओं ने कहा था कि वो लोग मुफ्ती साहब को श्रद्धांजलि देने के लिए गए थे. महबूबा से किसी तरह की राजनीतिक बातचीत से दोनों ने इनकार किया.