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दर-दर की ठोकर खा रही अन्नु

दर-दर की ठोकर खा रही अन्नुफुफेरे भाई ने इश्क के चक्कर में फंसायाफिर की शादी और दिया धोखा ससुरालवालों ने मारपीट कर घर से निकाला फोटो- 30 दुखड़ा सुनाती अन्नु फोटो- 31 थानाध्यक्ष पूनम कुमारी सीवान. प्यार, शादी और फिर धोखे का मामला सामने आया है. पहले अपनी ममेरी बहन को प्रेम जाल में फंसाया […]

दर-दर की ठोकर खा रही अन्नुफुफेरे भाई ने इश्क के चक्कर में फंसायाफिर की शादी और दिया धोखा ससुरालवालों ने मारपीट कर घर से निकाला फोटो- 30 दुखड़ा सुनाती अन्नु फोटो- 31 थानाध्यक्ष पूनम कुमारी सीवान. प्यार, शादी और फिर धोखे का मामला सामने आया है. पहले अपनी ममेरी बहन को प्रेम जाल में फंसाया और उसके साथ जीने- मरने की कसमें खायीं. करीब तीन साल पहले वह उसे भगा कर ले गया और तीन साल तक अपने साथ रखा. शादी के बाद तीन साल तो प्रेम में कट गये और उन्हें 14 माह का बच्चा भी है. दो माह की गर्भवती पत्नी को पति ने धोखा दिया है और उसे मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. यह आपबीती है गोरेयाकोठी के सिसई गांव की अन्नु की. महादेवा ओपी थाने के दारोगा हाता निवासी व रिश्ते में अपने फुफेरे भाई संतोष यादव के प्रेम जाल में उसे अपना सर्वस्व सौंप दिया, लेकिन बदले में उसे मिला धोखा. दुर्गापूजा में पहली बार ससुराल आयी थी अन्नु : अन्नु और संतोष शादी के बाद करीब तीन साल तक मध्य प्रदेश के इंदौर में रहे. अन्नु के मुताबिक इस साल दशहरा में वे दाेनों अपने बच्चे के साथ ससुराल दारोगा हाता आये. जहां छठ तक रहने के बाद वह अपने पति और बच्चे के साथ इंदौर चली गयी. फिर दिसंबर में संतोष अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़ कर गांव आया और जल्द वापस आने की बात कही. इधर, एक माह तक कोई खोज खबर नहीं लेने के बाद अन्नु अपनी ससुराल सीवान पहुंची. मारपीट कर घर से निकाला : रविवार को अन्नु जैसे-तैसे सीवान पहुंची और अपनी ससुराल दारोगा हाता जा धमकी. फिर क्या था. उसके ससुराल वालों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, उसे घर में घुसने तक नहीं दिया गया. उसके साथ मारपीट कर वहां से भगा दिया और जान से मारने की भी धमकी दी. इसके बाद पीड़िता अन्नु ने महिला थाने पहुंच कर गुहार लगायी. प्यार में धोखे की शिकार अन्नु को सूझ नहीं रहा कि वह अपने 14 माह के अबोध बच्चे अंशू और अपने गर्भ में पल रहे दो माह के बच्चे के साथ कहां जाये. फुफेरे भाई के साथ प्रेम विवाह कर वह पहले ही अपना मायका खो चुकी है, और जिसके लिए उसने अपना सब कुछ छोड़ा, उसने भी अपने घरवालों के साथ मिल कर घर से निकाल दिया. अब वह जाये तो कहां जाये. सामाजिक दबाव भी हो सकता है कारण : भाई -बहन के रिश्ते को सनातन सृष्टि का पवित्र रिश्ता माना गया है. ऐसे में फुफेरे -ममेरे भाई -बहन के रिश्ते को भला समाज कैसे स्वीकार करता. मायके वालों ने तो अन्नु से पहले ही अपना रिश्ता तोड़ते हुए उसे मरा मान लिया है. वहीं पति व ससुराल के सहारे तीन साल तक उसकी जिंदगी कटती रही. इसका कारण पति के साथ परदेश में रहना भी रहा. दशहरा में पहली बार अपनी ससुराल आकर तीन माह तक रहना संभवत: संतोष और अन्नु का गलत निर्णय रहा. इसी दौरान संभवत: सामाजिक दबाव के कारण हीं पति संतोष ने अन्नु से रिश्ते खत्म करने का फैसला लिया हो. अन्नु ने खोले कई राज : अन्नु ने पुलिस को दिये बयान में बताया है कि बार- बार जहर खाने की धमकी देने के बाद ही वह अपने फुफेरे भाई के साथ घर से भागने को विवश हुई थी. अन्नु ने बताया कि इंदौर से ससुराल आने के बाद ही उसके पति संतोष के व्यवहार में कमी आयी. उसके मुताबिक करीब दो माह पहले तो संतोष ने उसे और उसके बच्चे को बेचने का षड्यंत्र रच लिया था, लेकिन पड़ोसी के समझाने के बाद वह मान गया. बोली महिला थानाध्यक्ष पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. ससुराल में पीड़िता और उसके बच्चे को उनका हक मिले, यह प्राथमिकता है. पूनम कुमारी, महिला थानाध्यक्ष, सीवान

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