वकीलों को मेहनत, समर्पण और निष्ठा की भावना से जरूरतमंद को न्याय दिलाने का काम करना चाहिए. स्वागत भाषण में बार काउंसिल के चेयरमैन राजीव रंजन ने कहा कि आज सबसे ज्यादा जरूरत यह है कि कैसे उन मूल्यों और आदर्शों की रक्षा की जाये, जो वकालत पेशे में लंबे समय से स्थापित हैं. युवा अधिवक्ताओं को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी होगी.
कार्यक्रम का संचालन करते हुए वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि आज युवाओं में सीखने की प्रवृति को बढ़ाने की जरूरत है. पैसा कमाना जरूरी है, इससे भी ज्यादा जरूरी है कि पेशे के प्रति ईमानदार रहें. अधिवक्ताओं के लिए निर्धारित व्यवसायिक मानदंडों को पालन करें. अनुशासन में रह कर न्यायिक प्रक्रिया में हिस्सा लेना महत्वपूर्ण कदम है. इस दिशा में युवा वकीलों को आगे आना चाहिए. पूर्व महाधिवक्ता सदस्य सुहैल अनवर ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में बार काउंसिल के सदस्य रामसुभग सिंह, प्रकाश कुमार झा, एसएस ओझा सहित कई सदस्य व वकील उपस्थित थे. इस अवसर पर काउंसिल की ओर से स्मृति चिह्न देकर न्यायाधीश आरआर प्रसाद को सम्मानित किया गया.