कानपुर : केंद्रीय मंत्रीएवं लोजपाप्रमुख राम विलास पासवान ने बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जाहिर करते हुएगुरुवारको नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ मोरचाखोलते हुए राम विलासपासवान ने कहाकिराज्यमेंरंगदारी मांगने वालों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहेहैं. उन्होंने कहा कि बिहार में उनकी पार्टी के विधायकों राजू तिवारी और मुन्नी देवी को रंगदारी के लिए धमकाया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (नेशनल शुगर इंस्टीटीयूट) में आज एक कार्यक्रम में भाग लेने आये थे. कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि लालू और नीतिश पिछले 25 साल से बिहार में सरकार चला रहे हैं लेकिन इसके बावजूद वहां का जंगलराज अभी भी कायम है. दो सप्ताह में चार इंजीनियरों की हत्या, अपहरण और बच्चियों के साथ बलात्कार के साथ-साथ रंगदारी की घटनायें बढ़ी हैं. अभी हाल ही में हमारी लोक जनशक्ति पार्टी के विधायक राजू तिवारी से रंगदारी के रुप में दस लाख रुपये मांगे गये.
इसी तरह एक अन्य विधायक मुन्नी देवी से रंगदारी के एक करोड़ रुपये मांगे गये वरना अंजाम भुगत लेने को कहा गया. उन्होंने कहा कि बिहार में लालू, नीतिश की सरकार रंगदारों की सरकार बन गयी है और आम जनता का केवल दो महीनों में ही सरकार से मोहभंग हो गया है और जनता खौफ के साये में जी रही है. राम विलास ने बिहार में दो महीने में ही जंगलराज आ जाने का आरोप लगाते हुये आज कहा कि हमारी पार्टी ने पहले छह महीने बाद सरकार के कामकाज की समीक्षा करने की योजना बनाई थी लेकिन अब हालात इतने खराब हो गये है कि मैं दस जनवरी को पटना जा रहा हूं और वहां अपनी पार्टी के नेताओं से बात करके सरकार के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा बनाई जायेंगी.
बिहार चुनाव में राजग की हार का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों जहां जनता के लिये विकास पहला मुददा होता है अन्य मुददे बाद में होते हैं, वहीं बिहार में इसके उलट चुनाव में जातिवाद और धर्म पहला मुददा होता है जबकि विकास और अन्य मुददे बाद में होतेहैं. इसी वजह से बिहार पिछड़ा हुआ है.
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के राममंदिर निर्माण संबंधी बयान के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि कोई नेता क्या कहता है इससे हमें कोई लेना देना नहीं है लेकिन हम इतना जानते हैं कि केंद्र में सरकार के एक साल सात महीने के कार्यकाल में हमारे प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण केवल देश का विकास, नौजवानाें को रोजगार, किसानों की खुशहाली और विदेशों में देश की छवि चमकाने का रहा है. उन्होंने तो एक बार भी मंदिर मस्जिद की बात नहीं की. उन्होंने मोदी की तुलना महाभारत के अर्जुन से करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री को केवल विकास दिखाई देता है.
पठानकोट में आतंकवादी हमले के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि हमारी लोक जनशक्ति पार्टी की सोच है कि पाकिस्तान को उसकी इस हरकत के लिए मुंहतोड़ जवाब देना चाहिये लेकिन दोनों देशों के बीच बातचीत होनी चाहिये. दोनाें देशों में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो शांति नहीं चाहती और इसीलिये हथियारों की होड़ चल रही है. हम चाहतेहैं कि जैसे यूरोपीय संघ में 26 देश हैं और सब आपस में मिलजुल कर रहतेहैं उसी तरह भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश मिलकर एक महासंघ बनायें जहां एक दूसरे के नागरिक एक दूसरे के देश में बिना वीजा के आ जा सकें, आपस में व्यापार कर सकें. यह पूछे जाने पर कि क्या वह राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के अखंड भारत के फार्मूले का समर्थन कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि नहीं हम चाहतेहैं कि तीनों देश यूरोपीय संघ की तरह काम करें.