धूप की कमी यानी विटामिन-डी के अभाव से होने वाली बीमारियां आम हैं, लेकिन ताजा अध्ययन में इसकी कमी से अत्यंत ही गंभीर परिणाम की बात सामने आई है.
अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक ऐसे लोग जिन्हें पर्याप्त मात्र में धूप नसीब नहीं होती, उनमें विटामिन-डी की अत्यधिक कमी पाई जाती है.
विशेषज्ञों की माने तो विटामिन-डी की कमी और सूर्य के प्रकाश से दूरी ब्लड कैंसर का कारण बन सकती है. दुनिया के 132 देशों में ल्यूकेमिया के मामलों का जायजा लेने के बाद वैज्ञानिकों ने पाया है कि भूमध्यरेखीय आबादी की तुलना में उच्च अक्षांश में रहने वालों को कैंसर होने की दुगनी संभावना होती है.
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर सेड्रिक गारलैंड के अनुसार, अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि दुनिया भर में ल्यूकेमिया की वृद्धि के पीछे विटामिन डी की कमी हो सकती है.
अध्ययन के अनुसार, ध्रुवों की निकटता वाले देश जैसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, चिली, आयरलैंड में ल्यूकेमिया की उच्च दर देखी गई है. वहीं भूमध्य रेखा के निकटस्थ देशों में इस रोग की दर काफी कम पाई गई है.
गारलैंड कहते हैं, जो व्यक्ति पराबैंगनी बी (यूवीबी) किरणों से दूर रहते हैं या ऐसे स्थानों पर रहते हैं जहां सूर्य का प्रकाश कम रहता है, उनके रक्त में विटामिन डी की कमी होती है.
इस शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने पाया है कि पराबैंगनी किरणों और विटामिन-डी की कमी का कैंसर के खतरों के साथ सीधा संबंध है.