औरंगाबाद (सदर) : एक बीमार व लाचार वृद्ध व्यक्ति की चाहत होती है कि ऐसे वक्त में उसका कोई सहारा बने. पर जब कोई अपना ऐसे वक्त में साथ नहीं हो तो बहुत कष्ट होता है.
एक ऐसा ही वृद्ध जो तीन दिनों से सदर अस्पताल के जनरल वार्ड में बीमार अवस्था में जिंदगी व मौत से जंग लड़ रहा है. उसकी सुधी लेनेवाला भी कोई सामने नहीं आ रहा. जिंदगी से जंग लड़ रहा 65 वर्षीय अज्ञात वृद्ध को दो दिन पहले किसी व्यक्ति ने अस्पताल पहुंचा कर छोड़ गया था. चिकित्सकों की निगरानी में इलाज हो रहा है और वृद्ध को ऑक्सीजन भी लगा है. पर ऐसे वक्त में उसके अपनों का पता नहीं. मंगलवार को सदर अस्पताल में उसे बीमार अवस्था में पाया गया. जो अस्पताल के जनरल वार्ड में एक अनाथ की तरह पड़ा था.
इस बेवस व्यक्ति के परिवार का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है और न ही इसके मदद में कोई समाजसेवी संगठन ही आगे आ रही है. ऐसे में बेसुद बीमार वृद्ध को सहायता की उम्मीद है. अस्पताल कर्मचारियों ने भी बताया कि अब तक ऐसे कोई भी व्यक्ति सामने नही आयें है जो इस वृद्ध को परिवार के रूप में पहचान किया हो. अब तो बस इसकी जिंदगी की गाड़ी को किसी समाजसेवी के ही मदद से ही पटरी पर लाया जा सकता है.