पठानकोट : पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों के द्वारा गुरदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह का अपहरण करना और उसके बाद उन्हें छोड़ने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस संदर्भ में उनसे जांच एजेंसियों ने पूछताछ भी की है. आज मीडिया से बात करते हुए एसपी सलविंदर सिंह ने कहा कि मैं मजार पर मत्था टेक वापस आ रहा था तब आतंकियों ने मुझपर हमला किया. वे 4 से 5 की संख्या में थे और मैं अकेला था. उन्होंने मेरे हाथ पैर बांधे और आंख में काली पट्टी बांध दी थी.
उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि आतंकियों ने मेरी गाड़ी छीन ली और जान से मारने की धमकी भी दी. आतंकियों ने पहले तो मुझे छोड़ दिया लेकिन बाद में जब उनको मेरे बारे में जानकारी मिली तो वापस वे मुझे मारने आए थे. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने मेरे कार पर लगी नीली बत्ती नहीं देखी क्योंकि वह काम नहीं कर रहा था. एसपी ने कहा कि आतंकियों ने मेरा गला दबाया और मुझे गाड़ी के बाहर फेंक दिया. मुझे पहले लगा की शयद वे मेरा कत्ल कर देंगे.
उन्होंने बताया कि वे अपने कुक और दोस्त राजेश वर्मा के साथ मजार पर मत्था टेक कर लौट रहे थे. रास्ते में आतंकियों ने उनके वाहन का अपहरण कर लिया. बंदूक के बल पर उन्होंने सभी की आंखें बांध दी थी. करीब 45 मिनट आतंकी उन्हें गाड़ी में लेकर घूमते रहे. इसके बाद उन्हें सूनसान जगह पर फेंक दिया.
एसपी की माने तो धार्मिक स्थल पर थे ऐसे में वे जानबूझ कर अपने सुरक्षाकर्मियों को छोड़ दिया था. उन्होंने बताया कि आतंकी जीपीआरएस के जरिए रास्ता देख रहे थे. साथ ही उन्हीं के मोबाइल से आतंकियों ने पाकिस्तान में भी कॉल की. सलविंदर के अनुसार आतंकी कम उम्र के थे और उर्दू के साथ पंजाबी में बात कर रहे थे.
आपको बता दें कि गुरुवार रात चार आतंकवादियों ने जम्मू-पठानकोट हाइवे पर गाड़ी सहित एसपी का अपहरण कर लिया था लेकिन थोड़ी देर बाद आतंकियों ने एसपी को छोड़ दिया. आतंकी गाड़ी व उनके गगमैन और कुक को अपने साथ ले लिया. शुक्रवार सुबह उनकी गाड़ी कुक और गनमैन पठानकोट के अकालगढ़ गांव के पास खेतों में मिली. गनमैन घायल था जिसे अस्पताल ले जाया गया.एसपी सलविंदर सिंह ने बताया कि हाइवे पर कुछ लोगों ने गाड़ी रुकवा दी. आतंकी सेना की वर्दी में थे और एके-47 रायफल लिए हुए थे. एसपी सिंह का कुछ दिन पहले गुरदासपुर से तबादला हुआ था और वे गुरूवार को ही रिलीव हुए थे.