दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है. सरकार के निर्णय के अनुसार अब सड़कों पर अॅाड-इवेन नंबर की गाड़ियां अलग-अलग चलेंगी. यानी एक दिन सड़क पर अॅाड नंबर की गाड़ियां चलेंगी, तो दूसरे दिन इवेन नंबर की. सरकार का यह निर्णय इस वर्ष पहली तारीख से लागू हुआ है. इस निर्णय के लागू होने के बाद से आज पहला ‘वर्किंग डे’ था. आज तमाम नौकरीपेशा लोग जब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए घरों से निकले, तो अॅाड-इवेन फॉर्मूले के अनुसार ना सिर्फ उन्हें परेशानियां उठानी पड़ी, बल्कि आज उन दावों की भी पोल खुल गयी, जो दिल्ली सरकार ने किये थे. सरकार का दावा था कि अगर जनता उन्हें अॅाड-इवेन फॉर्मूले में सहयोग करेगी, तो उनके लिए अतिरिक्त बस सेवा दी जायेगी, जो पर्याप्त होगी. लेकिन सोशल नेटवर्क पर राजीव चौक की जो तसवीर सामने आयी है, वह कुछ और ही बयां करती है. अरविंद केजरीवाल ने अॅाड इवेन फॉर्मूले को लागू करते वक्त यह कहा था कि यह दिल्ली वालों के हित में लिया गया फैसला है. लेकिन राजीव चौक की तसवीर से ऐसा प्रतीत नहीं होता है. हालांकि कई लोगों ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर यह भी कहा है कि पोस्ट की गयीं तसवीरें पुरानी हैं. जो वर्ष 2013-2014 में ली गयी हैं. लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकार के इस निर्णय से आम जनता परेशानी में है.
सरकार ने बढ़-चढ़कर किया था वादा
अॅाड इवेन फॉर्मूले को लेकर सरकार ने बढ़-चढ़कर वादा किया था, लेकिन इसकी सफलता पहले ही दिन से संदेह के घेरे में थी. पहले दिन सुबह दस बजे तक सैकड़ों लोगों का चालान काटा गया था, जो गलत दिन गलत नंबर की गाड़ी लेकर निकले थे. हालांकि सरकार ने यह भी कहा है कि अगर दिल्ली के लोग इस फॉर्मूले को स्वीकार नहीं करते हैं, तो यह फॉर्मूला रद्द कर दिया जायेगा.
धारा के विपरीत चलने के शौकीन हैं अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल देश में एक ऐसा फॉर्मूला लेकर आये हैं, जो अबतक किसी ने लागू नहीं किया था. यह कितना कारगर होगा कहना मुश्किल है. दिल्ली में जब बिजली की कीमत बढ़ाई गयी थी, तो उन्होंने आम लोगों से यह अपील की थी कि वे बढ़ी हुई बिजली बिल ना दें और जिनकी बिजली बिल ना भरने के कारण काट दी गयी थी, उनका कनेक्शन जोड़ने का काम भी उन्होंने किया था. साथ ही सरकार में रहते हुए वे धरना पर भी बैठे थे.
सरकार का दावा सबकुछ ठीक चल रहा है
आज जब राजीव चौक की तसवीर सोशल मीडिया पर आयी, तो दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने सफाई देते हुए कहा कि सोशल मीडिया में गलत तसवीर प्रचारित कर सरकार को बदनाम किया जा रहा है. जबकि सच्चाई यह है कि सबकुछ ठीकठाक चल रहा है. मेट्रो सेवा भी सामान्य रही, कहीं कोई अफरा-तफरी नहीं दिखी. दिल्ली मेट्रो के एमडी मंगू सिंह ने भी गोपाल राय की बातों को सही बताया है और उन्होंने कहा है कि कहीं भी कोई समस्या नहीं देखी गयी.
फॉर्मूले का दिल्ली पर क्या है असर
आज सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग ऐंड रिसर्च (एसएएफएआर) के प्रत्येक घंटे के आधार पर जो अपडेट दिया है, उससे ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि इस फॉर्मूले का दिल्ली में कोई खास असर नहीं हुआ है, क्योंकि प्रदूषण का असर हर घंटे रिपोर्ट में बढ़ता हुआ पाया गया. हालांकि अभी इस रिपोर्ट के आधार पर यह कहना जल्दी होगी कि अरविंद केजरीवाल का अॅाड इवेन फॉर्मूला बेकार साबित हुआ, लेकिन इसे हिट की संज्ञा भी नहीं दी जा सकती है.