वह आत्मदाह करने के लिए सीएम आवास पर जा रहे थे. इससे पहले सचिवालय पुलिस को भनक लग गयी और उन्हें हिरासत में ले लिया. वे लोग बेटे के मर्डर केस में पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं थे और जब कहीं न्याय नहीं मिला, तो उन्होंने आत्मदाह का फैसला किया.
वहीं पुलिस ने उन्हें थाने पर रखा और फिर उनके मांग पत्र को सीएम तक भेजा गया. देर शाम पूरे परिवार को पुलिस ने सुरक्षित घर भेज दिया. दरअसल राजकुमार त्रिवेदी के पुत्र की वर्ष 2013 में समस्तीपुर के चकमेहदी थाना क्षेत्र में हत्या हाे गयी थी. आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें जेल भेज दिया था, लेकिन कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गयी. अब सभी आरोपित जेल से बाहर हैं.