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डुमरिया पीएचसी : संविदा डॉक्टरों को छह माह हो गये पैसे मिले

डुमरिया पीएचसी : संविदा डॉक्टरों को छह माह हो गये पैसे मिलेडॉक्टरों ने लगाया आर्थिक शोषण का आरोप निरीक्षण के लिए आये सिविल सर्जन से भी की गयी थी शिकायत डुमरिया. प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, डुमरिया में संविदा पर बहाल चार चिकित्सकों को छह माह से मानदेय नहीं मिल रहा है. इससे इन डॉक्टरों के सामने […]

डुमरिया पीएचसी : संविदा डॉक्टरों को छह माह हो गये पैसे मिलेडॉक्टरों ने लगाया आर्थिक शोषण का आरोप निरीक्षण के लिए आये सिविल सर्जन से भी की गयी थी शिकायत डुमरिया. प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, डुमरिया में संविदा पर बहाल चार चिकित्सकों को छह माह से मानदेय नहीं मिल रहा है. इससे इन डॉक्टरों के सामने आर्थिक संकट आ गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आवंटन रहने के बावजूद संविदा पर बहाल चिकित्सकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है, जबकि स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त प्रभारी सहित अन्य कर्मचारियों का वेतन भुगतान किया जा चुका है. उल्लेखनीय है कि डुमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चार चिकित्सक डाॅ धर्मवीर कुमार, डाॅ अरविंद किशोर चंदन, डाॅ सर्वेश झा व डाॅ अफजल संविदा पर नियुक्त हैं, उन्हें जुलाई, 2015 से अब तक मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. पिछले माह 24 नवंबर को डुमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जांच के लिए आये सिविल सर्जन डाॅ कृष्ण मोहन पूर्वे से भी इन चारों चिकित्सकों ने मुलाकात की थी. उन्होंने आश्वासन भी दिया था, पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. इस संदर्भ में स्वास्थ्य केंद्र के प्रधान लिपिक राजकुमार प्रसाद से दूरभाष से संपर्क स्थापित नहीं हो सका. चिकित्सा प्रभारी डाॅ प्रेमचंद्र शुक्ला ने बताया कि एक माह पहले इनके मानदेय के लिए बिल ट्रेजरी में भेजा गया था, परंतु कुछ ऑब्जेक्शन लगा कर लौटा दिया गया. दोबारा बिल भेजा गया है. मानदेय में कटौती कर भुगतान करने का आरोप प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों के मानदेय पर नियुक्त टीकाकर्मियों ने पशु चिकित्सा प्रभारी डाॅ नवीन कुमार पर मानदेय में कटौती कर भुगतान करने का आरोप लगाया है. जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिये आवेदन में टीकाकर्मी सुरेंद्र कुमार मंझियावा, उमेश कुमार कठौतिया, राहुल कुमार, सत्येंद्र कुमार, फुलेंद्र कुमार व सुरेंद्र कुमार ने कहा है कि वर्ष 2013 में एचएसबीक्यू टीकाकरण किया गया था. इसका भुगतान अभी किया जा रहा है. उसमें भी कटौती की जा रही है.पशु चिकित्सक डुमरिया नवीन कुमार ने अपने विरुद्ध लगे आरोप को निराधार व बेबुनियाद बताया है. दूसरी ओर बुद्धिजीवी मंच, डुमरिया के कार्यकर्ता मिथिलेश सिंह दांगी, गोविंद प्रसाद सिंह, प्रयाग दांगी व मसूद खान ने इन चिकित्सकों पर अपने कामकाज में जिम्मेवारी नहीं बरतने का अरोप लगाया है. जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि इनके कामकाज से डुमरिया के पशुपालक परेशान हैं. पशु अस्पताल महीनों बंद रहता है. पशुपालकों को मवेशियों में होनेवाली बीमारी के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती. सदस्यों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल की परती जमीन पर खेती की जा रही है.

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