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सीएम से रईस उनके वजीर

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके सभी मंत्रियों ने अपनी-अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया है. शुक्रवार को पांचवीं बार मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों और उनकी पत्नी व बेटे-बेटियों के नाम अर्जित संपत्ति को सरकार की बेवसाइट पर जारी कर दिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चल और अचल संपत्ति दोनों ही मामले में अपने […]

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके सभी मंत्रियों ने अपनी-अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया है. शुक्रवार को पांचवीं बार मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों और उनकी पत्नी व बेटे-बेटियों के नाम अर्जित संपत्ति को सरकार की बेवसाइट पर जारी कर दिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चल और अचल संपत्ति दोनों ही मामले में अपने कई मंत्रियोंं से पीछे हैं. नीतीश कुमार के पास अपने नाम पर 10.97 लाख की चल व 40 लाख की अचल संपत्ति है, जबकि नकद साढ़े चालीस हजार रुपये से कुछ अधिक है. उनके तीन बैंक खातों में 61 हजार 354 रुपये जमा हैं.

सरकार में सबसे धनवान परिवहन मंत्री चंद्रिका राय हैं. सारण के परसा से निर्वाचित श्री राय के पास कुछ छह करोड़ की संपत्ति है. पिछली बार सबसे धनवान मंत्री रहे राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इस बार तीसर नंबर पर हैं, जबकि आलोक मेहता दूसरे सबसे धनवान मंत्री हैं. मुख्यमंत्री से अधिक पैसे वाले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके भाई स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव हैं. तेज प्रताप यादव के पास अपनी बीएमडब्ल्यू कार और करीब 15 लाख रुपये की मोटरसाइकिल भी है. गौरतलब है कि नवंबर, 2010 में जब नीतीश कुमार तीसरी बार मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने अपनी और अपने मंत्रियों की संपत्ति सार्वजनिक करने का फैसला लिया. इसके तहत पहली बार एक जनवरी, 2011 को मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों की संपत्ति काे सरकारी बेवसाइट पर जारी किया गया. इसके बाद दूसरी बार दो जनवरी, 2012 को, तीसरी बार एक जनवरी, 2013 को, चौथी बार 31 दिसंबर, 2014 को और पांचवीं बार एक जनवरी, 2016 को मंत्रियों की संपत्ति के ब्योरे को सार्वजनिक किया गया है.
सीएम के पास छह गायें और दो बछड़े भी
मुख्यमंत्री से अधिक संपत्ति उनके बेटे निशांत के पास है. निशांत के नाम 94.08 लाख की चल व 1.20 करोड़ की अचल संपत्ति है. मुख्यमंत्री के पास नकद (कैश व तीन बैंक एकाउंट में) 1,01,920 रुपये हैं. उनके पास 2003 मॉडल की एक हुंडई सेंट्रो कार है. साथ ही 2015 में उन्होंने 11.32 लाख की फोर्ड इकोस्पोर्ट गाड़ी खरीदी है. मुख्यमंत्री के पास 40 हजार की दो सोने की अंगुठियां और एक मोती लगी चांदी की अंगुठी है. वहीं, बेटे के पास 10.16 लाख का 30 तोला सोना, पांच किलो चांदी, पांच गिन्नी और चांदी के 82 सिक्के हैं. इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री के पास 1.45 लाख रुपये की छह गायें और बछड़े हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एसी, कंप्यूटर, एयर कूलर, माइक्रो ओवन, वाशिंग मशीन, ट्रेड मिल मशीन समेत अन्य सामान की भी चर्चा अपने ब्योरे में की है. सीएम ने 6.44 लाख का लोन भी बिहार विधान परिषद् से लिया है.
गन्ना उद्योग मंत्री के गैराज में तीन गाड़ियां, अकाउंट में मात्र ~3100
गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद उर्फ िफरोज अहमद सरकार में सबसे कम पैसेवाले मंत्री हैं. उन्होंने 11 लाख रुपये का कर्ज ले रखा है. उन्होंने पांच लाख का बीमा करा रखा है, जबकि 5.40 लाख का एनएससी भी ले रखा है. हालांकि, नकदी व बैंक खातों में उनके और पत्नी के पास नाममात्र राशि है. उनके बैंक खाते में ले-देकर मात्र 3100 रुपये हैं, वही हाल उनकी बेगम का है. उनके बैंक अकाउंट में मात्र 2,041 रुपये हैं, जबकि बेटे के बैंक अकाउंट में मात्र 300 रुपये हैं. गन्ना उद्योग मंत्री के पास तीन-तीन गाड़ियां-स्काॅर्पियो, महिंद्रा ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल हैं. इन्हें खरीदने के लिए उन्होंने बैंकों से 11.50 लाख रुपये का लोन ले रखा है. वे खुद आभूषणों के शौकीन नहीं हैं. उनके पास 53 हजार की चांदी की अंगूठी है, लेकिन उनकी बेगम के पास 100 ग्राम सोने और 50 ग्राम चांदी के आभूषण हैं, जिसकी लागत 2.80 लाख रुपये है. खुर्शीद के पास छह कट्ठा कृषि भूमि, पत्नी के पास डेढ़ कट्ठा, मेन टाड़ में 50 लाख का भवन और बेतिया में बेगम के पास 50 लाख का घर भी है. मंत्री जी पर 2,640 रुपये का बिजली बिल भी बकाया रखा है.
लोगों का जो भरोसा मुझ पर है, वही मेरा संकल्प
पटना. विधि-व्यवस्था को लेकर राजद-जदयू नेताओं के लगातार आ रहे बयानों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि मैं अपनी तरफ से यही आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिहार के लोगों का जो मुझ पर भरोसा है, यह मेरा संकल्प है. इस भरोसे को कायम रखने के लिए जो भी जरूरी है, वह हम करते रहेंगे. राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयानों पर पूछे गये सवाल का मुख्यमंत्री जवाब दे रहे थे. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नववर्ष की बधाई दी और कहा कि नया साल लोगों के जीवन में खुशियां लाये, बिहार में प्रगति हो. बिहार देश की प्रगति में योगदान करे. समाज में प्रेम व सद्भाव का माहौल कायम रहे, यही कामना करते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 31 दिसंबर तक मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों को संपत्ति की घोषणा करने का समय होता है और एक जनवरी को उनकी संपति की घोषणाओं को प्रकाशित किया जाता है. सभी मंत्रियों ने अपनी परिसंपति
की घोषणा कर दी है. इसके बाद सभी मंत्रियों के घोषणाओं को रिलीज कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि संपत्ति घोषणा की साल 2011 से परंपरा चली आ रही है. इस परंपरा की शुरुआत बिहार से की गयी है. इसके बाद ही दूसरे राज्यों में इसकी शुरुआत हुई है. चुनाव लड़नेवाले उम्मीदवार नामांकन के समय अपनी परिसंपत्तियों की घोषणा चुनाव आयोग के जिस फॉर्मेट में करते हैं, उसी फॉर्मेट में लोग अपनी संपति की लिखित रूप से घोषणा करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में सरकारी पदाधिकारी और कर्मी भी अपनी संपत्ति की घोषणा करते हैं. उनको फरवरी तक परिसंपत्तियों की घोषणा का समय दिया जाता है.

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