किशनगंज : नव वर्ष को लेकर शुक्रवार को हरेक जगह धूम रही. नववर्ष का स्वागत सबसे पहले खिली धूप ने भी किया. नेहरू शांति पार्क, ओद्रा काली बाड़ी, पांजीपाड़ा इकरचल्ला काली मंदिर, महानंदा तट, दिगंबर जैन भवन, होटल आदि स्थानों पर जबरदस्त भीड़ थी. लोगों ने नववर्ष के पहले दिन की शुरुआत मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की. नया वर्ष, नया समय, नये निर्णय, नये सपने और इन्हें पूरा करने के लिए नया उमंग व उत्साह लिये नौजवान आज के दिन को यादगार बनाने छोटी-छोटी टोलियों में नजदीकी पिकनिक स्पॉटों पर निकल गये.
सक्षम लोगों ने जहां इस मौके पर चार पहिया वाहनों को गुब्बारों व आकर्षक स्लोगनों से पाट उस पर सवार हो बंगाल के नामी गिरामी पिकनिक स्पॉटों पर निकल गये. कई टोलियों ने शहर से सटे स्थित चाय बागान व बगीचों में अपने अपने ढंग से इस दिन को यादागार बनाने का प्रयास किया. कई कोचिंग सेंटर के बच्चों ने अपने शिक्षक के संचालन में पिकनिक मनाया.
दिगंबर जैन भवन में थिरके लोग
नव वर्ष के प्रथम दिन स्थानीय दिगंबर जैन भवन में जैन समाज के लोगों द्वारा नव वर्ष के आगमन का जोर-शोर से स्वागत किया गया, जिसमें समुदाय के बच्चे, युवक-युवतियां पूरे दिन जश्न में डूबे रहे.
समाज के जैन युवा मंडल के द्वारा नृत्य व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया. समारोह का संचालन नीरज छावड़ा व अंकिता काला ने किया. नव वर्ष के पूर्व रात्रि में स्थानीय दिगम्बर जैन मंदिर में ‘णमोकार’ महामंत्र का जाप करते हुए वर्ष 2014 को विदाई दी गयी. यह जाप विश्वशांति के लिए समुदाय के लोगों द्वारा किया गया.
डीजे की धुन पर थिरके युवा
वर्ष 2014 की मध्य रात्रि के समय डीजे की धुन पर थिरकते मदमस्तों की टोली व घड़ी के अंदर घुमती सूई,ज्यों ही घड़ी के तीनों कांटे रात के बारह बजे लंबवत एक दूसरे में समा गये, त्यों ही डीजे का शोर थम गया और शहर का आकाश रंग-बिरंगे रोशनियों से जगमगा उठा.
लोग एक दूसरे से गले मिल नव वर्ष की बधाईयां देने लगे. कई लोगों ने दूर बैठे अपने शुभचिंतकों को बधाई देने के लिए मोबाइल का सहारा भी खूब लिया. एक वक्त तो ऐसा आया जब शहर की सारी लाइने व्यस्त हो गयी. बुधवार की मध्य रात्रि से जारी बधाईयों का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा.
मंदिर में भक्तों ने टेका माथा
कई लोगों ने दोपहर बाद सपरिवार बेलुआ स्थित ओद्रा काली मां का दर्शन कर डोक नदी, महानंदा नदी के किनारे पिकनिक का मजा लिया. शहर के बीचोबीच स्थित नेहरू शांति पार्क में भी युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जबकि कई स्कूली बच्चों ने अपने घरों की छतों पर ही अपने हाथों से लजीज व्यंजनों का निर्माण कर तथा आपस में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेकर नये सल का स्वागत किया.