बाली / इंडोनेशिया : बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा. यह प्रसिद्ध गीत हिंदी फिल्म दोस्ताना का है. जमाना दुश्मन बने या ना बने जब कानून इसका दुश्मन बन जाए तो दोस्ती में दर्द मिलना लाजमी है. जी हां. ऐसा ही कुछ हुआ है इंडोनेशिया के बाली में जहां शरिया कानून के तहत एक महिला को मस्जिद के बाहर उसपर कोड़े बरसाकर इसकी सजा दी गयी. महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने गैर मर्द से दोस्ती की थी.
जानकारी के मुताबिक नूर एलिटा नाम की महिला की साथ पढ़ने वाले एक छात्र से फ्रेंडशीप हो गयी. इस दोस्ती को वहां का कानून शरिया सही नहीं मानता है और इस मामले में उसने महिला को दोषी ठहराया. इंडोनेशिया में शरिया कानून के अनुसार कोई भी महिला यदि वह हैसबैंड वाइफ नहीं है तो उन्हें करीब आने और दोस्ती रखने का अधिकार नहीं है यदि वह ऐसा करते हैं तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा. उक्त महिला पर आरोप साबित हो जाने के बाद उसे मस्जिद के बाहर घुटनों के बल बैठाकर उसपर कोड़े बरसाये गए. कोड़े बरसते ही महिला घायल होकर स्टेज पर गिर गयी बाद में उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया. बाद में उस दोस्त को भी सजा दी गयी जिसके साथ दोस्ती होने की बात कही जा रही थीं.