2015 का साल भारतीय खेल जगत के लिहाज से काफ़ी उपलब्धियों भरा रहा. इस साल अलग-अलग खेलों में भारतीय खिलाड़ियों की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर एक नज़र-
एथलेटिक्स– 15 एथलीटों ने 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालिफ़ाई किया. इसके अलावा महिला स्प्रिंटर दूती चंद ने लिंग विवाद (पुरुष हार्मोन की मात्रा ज़्यादा होने) पर अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ के ख़िलाफ़ मुक़दमा जीता.
बैडमिंटन– साइना नेहवाल ने विश्व चैम्पियन कैरोलीना मरीन को इंडियन ग्राँ प्री में हराया. साइना दुनिया के तीन बड़े मुक़ाबलों में (ऑल इंग्लैंड, वर्ल्ड चैम्पियनशिप और चाइना ओपन) के फ़ाइनल में पहुंचीं. साइना वर्ल्ड नंबर वन बनने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाडी बनीं.
साइना के ट्विटर फ़ॉलोअर्स की संख्या 11 लाख से भी ज़्यादा हो गई. यह संख्या उनके बाक़ी 23 प्रतिद्वंद्वियों के फॉलोअर्स की कुल संख्या से भी ज़्यादा है.
बॉक्सिंग- ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर ने प्रोफेशनल बॉक्सिंग में शानदार शुरुआत की और इस साल के अपनी तीनों मुक़ाबलों में प्रतिद्वंद्वी को नॉकआउट किया. शिवा थापा ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता. महिला बॉक्सिंग में एक साल के बैन के बाद सरिता देवी की खेल जगत में वापसी हुई.
फ़ुटबाल- इंडियन सुपर लीग का दूसरा सीज़न कामयाब रहा. इसके अलावा भारतीय कप्तान सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय मैचों में 50 गोल करने वाले पहले भारतीय बने. वहीं महिला फ़ुटबॉलर अदिति चौहान इंग्लैंड के एक टॉप के क्लब में खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाडी बनीं.
क्रिकेट- विराट कोहली को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया. शशांक मनोहर बीसीसीआई के दूसरी बार अध्यक्ष बने.
वहीं खेल के मैदान पर भारत 22 साल के बाद श्रीलंकाई जमीं पर टेस्ट सिरीज़ जीतने में कामयाब रहा.
टेनिस- भारतीय खिलाडियों ने 2015 में 5 ग्रैंड स्लैम के साथ 18 ख़िताब जीते. मार्टिना हिंगिस के साथ सानिया मिर्ज़ा ने एक साल में विम्बलडन और यूएस ओपन समेत 10 ख़िताब जीते.
महिला डबल्स में सानिया मिर्ज़ा विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं.
लिएंडर पेस और मार्टिना हिंगिस ने यूएस ओपन में मिश्रित डबल्स का खिताब जीता. युकी भांबरी सिंगल्स में शीर्ष 100 खिलाड़ियों में पहली बार पहुंचने में कामयाब रहे.
तीरंदा ज़ी- रजत चौहान ने डेनमार्क विश्व प्रतियोगिता में रजत पदक जीत कर इतिहास रचा. दीपिका कुमारी ने वर्ल्ड कप में चौथी बार रजत पदक जीता.
शूटिंग- मिराज खान स्कीट प्रतियोगिता में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले पहले भारतीय निशानेबाज़ बने.
गोल्फ- 11 वर्ष के शुभम जगलान ने दूसरी बार लास वेगास में वर्ल्ड स्टार्स का खिताब जीता. अनिर्बाण लहरी ने इंडियन ओपन और मलेशिया ओपन ख़िताब जीता.
शतरंज- विश्वनाथन आनंद ने नॉर्वे शतरंज प्रतियोगिता में वर्ल्ड चैम्पियन मैगनस लार्सन को शिकस्त दी. ग्रीस में वर्ल्ड यूथ प्रतियोगिता में भारतीय खिलाडियों ने पांच गोल्ड, तीन सिल्वर और तीन ब्रोन्ज़ मेडल जीते.
हॉकी- पुरुष टीम ने वर्ल्ड लीग में पदक जीत कर 33 साल का रिकॉर्ड तोडा. दस साल बाद दुनिया की पहली दस टीमों में शामिल.
हॉलैंड के रोएलान्त ऑल्टमंस की कोच के रूप में वापस. महिला टीम ने 36 साल के बाद ओलंपिक खेलों के लिए क्वालिफाई किया. वर्ल्ड लीग के दौरान सरदार सिंह पर एक ख़ास डाक टिकट जारी.
वेटलिफ़्टिंग- पुणे कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में भारतीय लिफ़्टरों का शानदार प्रदर्शन. भारतीय दल सीनियर पुरुष, सीनियर वीमेन, जूनियर मेन, जूनियर वीमेन और यूथ गर्ल्स की कैटेगरी में पहले पायदान पर रहा, जबकि यूथ ब्वॉयज़ की टीम दूसरे स्थान पर रही.
जिम्नास्टिक्स- दीपा कर्माकर वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फ़ाइनल में पहुँचने वाली पहली जिमनास्ट बनीं.
कुश्ती- लास वेगास वर्ल्ड चैम्पियनशिप में नरसिंह यादव को कांस्य पदक मिला और वो भारत के लिए रियो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने में कामयाब रहे.
भारत में पहली बार प्रो रेसलिंग लीग का कामयाब आयोज किया गया, हालांकि सुशील कुमार ने आख़िरी पलों में हिस्सा नहीं लिया. उन्होंने हिस्सा नहीं लेने की वजह तो नहीं बताई है लेकिन माना जा रहा है कि वे आयोजकों और टीम प्रमोटरों के रवैए से ख़ुश नहीं थे.
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