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दरभंगा : कंपनी से 75 करोड़ की रंगदारी मांगी थी

दरभंगा : दरभंगा जिले के गंगदह में सड़क निर्माण करा रही बीएससी एंड सीएनसी कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो इंजीनियरों की एके -47 से हत्या के तीसरे दिन एसएसपी एके सत्यार्थी ने संवाददाताओं के समक्ष बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि कंपनी से अपराधियों ने प्रोजेक्ट राशि की 10 प्रतिशत रंगदारी मांगी थी. यह प्रोजेक्ट 750 […]

दरभंगा : दरभंगा जिले के गंगदह में सड़क निर्माण करा रही बीएससी एंड सीएनसी कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो इंजीनियरों की एके -47 से हत्या के तीसरे दिन एसएसपी एके सत्यार्थी ने संवाददाताओं के समक्ष बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि कंपनी से अपराधियों ने प्रोजेक्ट राशि की 10 प्रतिशत रंगदारी मांगी थी. यह प्रोजेक्ट 750 करोड़ रुपये का है.
इस लिहाज से 75 करोड़ रुपये अपराधियों ने बतौर रंगदारी देने को लेकर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को धमकी दी थी. इंजीनियरों की हत्या में बहेड़ी की प्रमुख मुन्नी देवी के देवर ने लाइनर की भूमिका निभायी थी. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि प्रमुख के पति पर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है.उसे पुलिस तलाश कर रही है.
एसएसपी ने कहा कि इस घटना को मुकेश पाठक और विकास झा ने अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था. इसमें लाइनर की भूमिका बहेड़ी के प्रमुख मुन्नी देवी के देवर पिंटू लालदेव ने निभायी थी. उन्होंने बताया कि पिंटू को शिवराम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख के पति संजय लालदेव पर हालांकि कोई आरोप नहीं है, पर वह घटना के बाद से फरार हैं, इसलिए पुलिस शक के आधार पर उसे भी तलाश कर रही है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार पिंटू लालदेव ने दोनों अपराधियों की तसवीर देख कर पहचान कर ली. बाद में उसने स्वीकार किया कि मुकेश पाठक और विकास झा का लहेरियासराय की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में आना-जाना रहता था. उससे जान-पहचान थी.
बहेड़ी थानाध्यक्ष भी हुए लाइन हाजिर
इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई पर उन्होंने बताया कि बहेड़ी के थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद को भी निलंबित कर दिया गया है. इससे पूर्व बहेड़ा के थानाध्यक्ष रमाशंकर सिंह को हटा कर उनके स्थान पर हरिशंकर मिश्रा को पदस्थापित किया गया है. बहेड़ा के थानाध्यक्ष ने बगैर सूचना दिये कंपनी के प्लांट पर से बीएमपी के जवानों को एक दिन पहले हटा कर मधुबनी एवं नगर पर्षद के चुनाव को लेकर कराये जा रहे नामांकन कार्य में लगा दिया था. जिला पुलिस बल की तैनाती भी नहीं की थी.
एसएसपी ने यह भी कहा कि कंपनी के अधिकारियों से तीन महीने से रंगदारी की मांग की जा रही थी, लेकिन उन्होंने इसकी सूचना नहीं दी. घटना से एक सप्ताह पहले बेनीपुर के डीएसपी खुद उनके प्लांट पर पहुंचे, तो मौखिक रूप से रंगदारी मांगे जाने की बात कही. डीएसपी अंजनी कुमार ने तुरंत बीएमपी के एक सेक्शन फोर्स को तैनात कर दिया. इसके बाद उन्होंने तैनाती किये जाने के बाद स्वीकृति के लिए हमें पत्र भेजा.
जिले में काम कर रही दो बड़ी कंपनियों को सुरक्षा मुहैया कराने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 2/6 का बीएमपी जवानों को तैनात किया गया है. जो कंपनी द्वारा उपलब्ध करायी जानेवाली गाड़ी से अधिकारियों के साथ जायेंगे.
साथ ही प्लांट की भी सुरक्षा करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि अपराधियों के ठिकाने पर छापामारी की जा रही है. जल्द ही इस घटना में शामिल अपराधियों को पकड़ लिया जायेगा. पत्रकार सम्मेलन में सिटी एसपी हर किशोर राय, सदर डीएसपी दिलनवाज अहमद, बेनीपुर डीएसपी अंजनी कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
गिरफ्तारी के लिए पांच जिलों के छह डीएसपी की बनी टीम
अपराधियों की गिरफ्तारी के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि आइजी ऑपरेशन सुशील कुमार खोपड़े ने एक उच्चस्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है, जो एसटीएफ एसपी शिवदीप लांडे के नेतृत्व में काम करेगा. इसमें दरभंगा सदर के डीएसपी दिलनवाज अहमद, बेनीपुर के डीएसपी अंजनी कुमार, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और मोतिहारी के डीएसपी को शामिल किया गया है.
सीतामढ़ी से चार गिरफ्तार!
सीतामढ़ी : दरभंगा में इंजीनियर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एसटीएफ की टीम दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर व मोतिहारी में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इस क्रम में करीब डेढ़ दर्जन वाहनों के काफिले के साथ एसटीएफ रविवार की रात करीब दाे बजे सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर थाने के मानिक चौक गांव पहुंची और गांव के कमलदह टोले की घेराबंदी कर स्थानीय निवासी चंद्रकेतु झा को हिरासत में ले लिया.
चंद्रकेतु पूर्व में आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है. इसके अलावा मानिक चौक से चंदन नामक एक युवक को भी हिरासत में लिया गया. सूत्रों के अनुसार इससे पहले एसटीएफ ने जिले के नानपुर थाने के कोइली गांव से एक युवक अंचल झा को दबोचा. अंचल से कड़ी पूछताछ करने के बाद चंद्रकेतु व चंदन को हिरासत में लिया गया.
तीनों को लेकर एसटीएफ ने बघाड़ी गांव निवासी दिलीप झा के घर की घेराबंदी कर उसे भी अपनी हिरासत में ले लिया. एसटीएफ की ताबड़तोड़ छापेमारी को देख कर बताया जा रहा है कि बहुत जल्द इंजीनियर की हत्या करनेवाले शूटर को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. पुलिस को मुकेश पाठक गिरोह के शार्प शूटर विकास झा उर्फ कालिया व अभिषेक मिश्रा की तलाश है.
दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ भारत से सटे नेपाल के सीमावर्ती जिलाें पर भी अपनी नजर बनायी हुई है. नेपाल पुलिस से संपर्क कर सहयोग लेने का प्रयास भी किया जा रहा है.
इधर इंजीनियर हत्याकांड में विकास का नाम सामने आने के बाद सीतामढ़ी पुलिस भी पूरी तरह चौकस हो गयी है. जिला पुलिस भी अपने स्तर से कालिया का सुराग तलाशने का प्रयास कर रही है. कई पुलिसकर्मियों को कालिया की गिरफ्तारी कराने का टास्क सौंपा गया है.
एसटीएफ की नजर आपराधिक संगठन बिहार पिपुल्स लिबरेशन आर्मी के चीफ संतोष झा के रिश्तेदारों पर भी है. सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ व बक्सर पुलिस की टीम ने गया जेल में बंद संतोष झा से भी पूछताछ कर रही है.

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