नयी दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने डीडीसीए विवाद में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली को कथित क्लीनचीट दिये के आशय की खबरें मीडिया में आने को खारिज किया है. सिसाेदिया ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि इस मामले के लिए बनाये गये जांच आयोग के प्रमुख गोपाल सुब्रमण्यम ने तो कल ही पदभार संभाला है और अब तो जांच शुरू हुई, फिर जेटली को क्लीनचीट कहां से मिल गयी.
उल्लेखनीय है कि रविवार को मीडिया में इस मामले पर दिल्ली सरकार के एक वरीय अधिकारी की रिपोर्ट आयी थी, जिसमें अरुण जेटली के नाम का सीधे उल्लेख नहीं था. मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि वह इस मामले में जेटली को क्लीनचीट देने की जल्दबाजी न दिखाये. जांच होने दीजिए अगर जेटली बेदाग निकलते हैं, तो अच्छी बात है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जेटली 1999 से 2013 के बीच डीडीसीए के अध्यक्ष थे या नहीं और उस दौरान 16 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से कंप्यूटर किराये पर लिये गये थे या नहीं, 14 करोड़ का स्टेडियम 24 करोड़ में बना. उन्होंने सवाल उठाया कि यह घोटाला है या नहीं और नहीं है तो बहुत अच्छी बात है.
सिसोदिया ने इस दौरान गोपाल सुब्रमण्यम की निष्पक्षता व उपलब्धियों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि वे निर्भया कांड, राजीव हत्याकांड, संसद हमले, कसाब मामले जैसे चर्चित कांड से जुड़े रहे हैं और उनकी न्यायिक क्षेत्र में देश में एक विशिष्ट साख है.