– अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही बहुत हद तक पीड़ित का तोड़ िदया गया था घर
किशनगंज : स्थानीय खगड़ा करबला चौक के समीप स्थानीय लोगों द्वारा नूर हसन कादरी उर्फ मुल्ला जी नाम के एक दलित का घर तोड़ देने का मामला प्रकाश में आया है. मामले की सूचना मिलते ही एसडीओ शफीक आलम, किशनगंज सर्किल निरीक्षक पुष्पम कुमार एवं सदर थानाध्यक्ष आफताब अहमद दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. प्रशासन के पहुंचने से पहले स्थानीय लोगों ने काफी हद तक उसका घर तोड़ चुके थे.
क्या कहते हैं मुहल्लेवासी
मुहल्लेवासियों का कहना है कि वह जिस जमीन पर बसा हुआ है वह बिहार सरकार की जमीन है. इस पर उसका अवैध कब्जा है. एसडीओ ने कहा कि सीओ क ो निर्देश दे दिया गया है कि वे जमीन की जांच कर नापी कर ले यदि भूमि बिहार सरकार की है तो जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा लें.
क्या कहते हैं पीड़ित
इस संबंध में पूछे जाने पर नूर हसन ने बताया कि घटना स्थल पर मौजूद इमामवाड़ा उनके पुरखों की देन है तथा वे इसकी देखभाल करने के लिए इमामबाड़ा परिसर में घर बना कर रहते हैं. परंतु स्थानीय भू माफिया इमामवाड़ा की कीमती जमीन पर अपनी पैनी नजर जमाये हैं. नतीजतन वे उन्हें इमामबाड़ा से भाग जाने के लिए लगातार दबाव बनाते रहते है व कई झूठे मुकदमे भी लाद दिया है.
परंतु मेरे द्वारा केश करने पर वे मुझ कर केश उठाने का दबाव बना रहे थे. शुक्रवार को भी केश उठाने का दबाव बनाने पर जब मैंने साफ इनकार कर दिया तो वे जबरन मारपीट करने लगे और मेरे आशियाने को तोड़ कर तहस नहस कर दिया.
क्या कहते हैं एसडीओ
एसडीओ मो शफीक आलम ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.