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कुख्यात जुगवा की मां ने दी थी सुपारी
मुखिया पति दुलो मंडल की हत्या की थी योजना मुंगेर : पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि जुगवा के दोनों भाई पातो मंडल उर्फ सौरभ व गौतम मंडल बरियारपुर में गैंगवार के बाद भाग कर पटना चला गया था. पुलिस लगातार दोनों के मोबाइल को सर्विलांस पर रख कर ट्रेस कर रही थी. […]
मुखिया पति दुलो मंडल की हत्या की थी योजना
मुंगेर : पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि जुगवा के दोनों भाई पातो मंडल उर्फ सौरभ व गौतम मंडल बरियारपुर में गैंगवार के बाद भाग कर पटना चला गया था. पुलिस लगातार दोनों के मोबाइल को सर्विलांस पर रख कर ट्रेस कर रही थी.
जब यह पुख्ता हो गया कि दोनों पटना के रामकृष्ण थाना क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहा है तो एसडीपीओ ललित मोहन शर्मा के नेतृत्व में पटना एसटीएफ के सहयोग से छापेमारी की गयी. जिसमें जुगवा के दो भाई सहित 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें संजीव साह, अमित कुमार, रंजीत कुमार, राहुल कुमार सभी बरेलबासा बरियारपुर तथा मिथुन कुमार महदेवा बरियारपुर निवासी शामिल है.
क्या-क्या हुआ बरामद
छापेमारी के दौरान 3 लैपटॉप, 6 मोबाइल, 9 हजार नकद, पेन ड्राइव, टीवी ट्यूनर, 3 एटीएम, 4 पैन कार्ड बरामद किया गया. साथ ही सोने-चांदी के जेबरात, महिला के उपयोग के उपकरण बरामद किये गये. पुलिस छानबीन कर रही है.
महिला व एक युवक को छोड़ा
बताया जाता है कि गौतम एवं पातो की पत्नी पटना पहुंची. जिसके मोबाइल को सर्विलांस पर रखा गया था. महिलाओं के पीछे ही मुंगेर पुलिस पटना पहुंची. जिसके बाद छापेमारी की गयी.
पुलिस ने अपराधियों के साथ ही दोनों की पत्नी एवं पटना के एक युवक को भी पकड़ा. बाद में पुलिस ने महिलाओं एवं बच्चों को छोड़ दिया. जबकि पटना के पंकज कुमार को पुलिस मुंगेर लेकर आयी. लेकिन अपराधियों के साथ कोई संपर्क नहीं रहने एवं कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिलने के कारण उसे भी छोड़ दिया गया. पंकज ने बताया कि उसे नहीं पता था कि ये लोग अपराधी है.
मां शोभा देवी संचालित कर रही गिरोह
पुलिस ने बताया कि जुगवा मंडल की मां शोभा देवी गिरोह का संचालन कर रही है. शंकर ज्वेलरी दुकान में जब डकैती हो रही थी तो जुगवा की मां शोभा देवी पिस्तौल लेकर दुकान के आगे खड़ी थी.
इस मामले में जुगवा की चाची लक्ष्मी देवी को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था. बाद में उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने बताया कि दुलो मंडल को मारने के लिए शोभा देवी ने ही अपराधियों को सुपारी दे रखी है.
दुलो का भी है आपराधिक इतिहास
दुलो मंडल अपराधियों को मेल में लेकर पत्नी को पडि़या पंचायत का मुखिया बना लिया. जिसके बाद वह सफेदपोश हो गया. थाना, प्रखंड कार्यालय में आना जाना प्रारंभ हो गया. जबकि उसके खिलाफ वर्ष 2008 में ही आपराधिक मामला बरियारपुर थाने में दर्ज है. जिसमें वह अबतक फरार है.
बावजूद वह सभी कार्यक्रम में शामिल रहता था. जुगवा से विवाद के बाद पुलिस को पता चला कि दुलो मंडल का भी आपराधिक इतिहास है.
पातो पर 10, गौतम पर 14 मामले हैं दर्ज
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पातो मंडल पर सिर्फ बरियारपुर थाना में 7 मामले दर्ज हैं. जबकि भागलपुर जिले के सबौर थाना में 2 एवं रेल थाना जमालपुर में 1 मामला दर्ज है. गौतम मंडल पर बरियारपुर थाना में 10, सबौर थाना में 2, रेल थाना जमालपुर में 1 एवं भुवनेश्वर रेल थाना में 1 मामला दर्ज है. उन्होंने बताया कि ये सभी मामले हत्या, रंगदारी एवं लूट की है. अधिकांश मामले हत्या एवं हत्या के प्रयास का मामला है
फर्जी आधार व वोटर आइडी कार्ड मिला
एसपी ने बताया कि गौतम मंडल ने रविश सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड एवं वोटर आइडी कार्ड बना रखा है. जिसको दिखा कर वह विभिन्न राज्यों में आसानी से किराया का मकान लेकर रहता था. इस पर फर्जी आधार व आइ कार्ड रखने के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया जायेगा.
इनामी अपराधी है दोनों
जुगवा के साथ ही उसके दोनों भाई इनामी अपराधी है. जुगवा पर 1 लाख का इनाम घोषित है. जिसे बढ़ा कर 2 लाख रुपये करने की अनुशंसा की गयी है. जबकि पातो एवं गौतम पर 50-50 रुपये इनाम की राशि घोषित है. उसे भी बढ़ा कर 1-1 लाख रुपये करने की अनुशंसा की गयी थी.
जुगवा का खौफ अब तक नहीं हुआ खत्म
पडि़या बरेलबासा निवासी जुगवा मंडल उर्फ जुगवा महावत आज आतंक का पर्याय बन चुका है. मुंगेर ही नहीं बल्कि भागलपुर, बेंगलुरु, उड़ीसा, महाराष्ट्र भुसावल, दिल्ली जैसे राज्यों में भी अपराध की घटना को अंजाम दे चुका है. जुगवा से जुगवा मंडल वह देखते ही देखते बन गया. बचपन में उसकी मां शोभा देवी स्टेशन पर ही नाश्ता का दुकान चलाती थी.
उस समय पडि़या गांव निवासी बमबम मंडल एवं चिंकू मंडल ट्रेन में छिनतई करने वालों की गैंग चलाता था. दोनों रिश्ते में भाई था. जुगवा भी उस गिरोह में शामिल हो गया. बमबम व चिकू ने अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति बना लिया और बरियारपुर बाजार में भी उसका खौफ था. ट्रेन लूट में प्राप्त जेबरात को लेकर जुगवा का चिकू से विवाद हुआ. जिसमें जुगवा की दोनों भाईयों ने बांध कर पीटा. पंचायत चुनाव में बमबम की पत्नी पडि़या पंचायत की मुखिया बन गयी. जिसके बाद चिकू ने अपराध का रास्ता छोड़ दिया.
लेकिन जुगवा ने अन्य लोगों के साथ मिलकर लूट का काम जारी रखा. चीकू ने जुगवा को हिदायत दी तो वह दूसरे जिले में रह कर कार्य को अंजाम देना प्रारंभ किया. उसी दरम्यान जुगवा ने बरियारपुर स्टेशन मास्टर की पीट-पीट कर हत्या कर दी. जिसके बाद उसका नाम अपराधी की गिनती में होने लगा. उसके बाद उसने भुसावल जाकर बमबम को मार डाला. कुछ दिन बाद चीकू की हत्या कर दी. उसके बाद बरियारपुर में उसका खौफ कायम हो गया.
जुगवा जहां व्यवसायियों रंगदारी वसूलने लगा. वहीं ट्रेन में यात्रियों के साथ लूटपाट करने वालों का वह सरदार हो गया. उसने अपना दायरा बढ़ाया और भागलपुर के लैलक स्थित अपने ननिहाल में भी डेरा जमा लिया. वहां भी उसने कई हत्या कांड को अंजाम देकर अपना दहशत कायम कर दिया. बरियारपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष राजेश शरण ने जुगवा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन जल्द ही वह जमानत पर बाहर आ गया. जिसके बाद वह पुन: आपराधिक घटना को अंजाम देने लगा.
सामूहिक हत्या को दे चुका है अंजाम
जुगवा अपने भाईयों के साथ हर घटना को अंजाम देता था. कई मामलों ने मुंगेर को हिला कर रख दिया था.पडि़या सोती पुल के पास 24 नवंबर 2012 को जुगवा गिरोह ने रेलवे स्टैंड विवाद एवं स्थानीय स्तर पर ठेकेदारी विवाद को लेकर भीष्म यादव उर्फ लालू यादव के बासा पर हमला किया था. एके 47 हथियार से अंधाधुंध फायरिंग कर बरियारपुर प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित जूनियर इंजीनियर अरविंद कुमार, पिंटू चौधरी एवं एक अन्य की हत्या कर दी थी. जबकि भीष्म यादव सहित चार लोग गंभीर रुप से घायल हो गये थे.
इसके साथ ही 8 जनवरी 2010 को चिकू मंडल की गोली मार कर हत्या कर दी थी. गौतम ने कहा कि चिकू मंडल हत्याकांड में वह शामिल था. जबकि सामूहिक हत्या का आरोप सोलटिस यादव पर लगाया. विदित हो कि उड़ीसा में सोलटिस यादव की हत्या गैंग बार में हो चुकी है.
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