20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

18 गिरफ्तार, 1022 क्विंटल अनाज बरामद, सात ट्रक जब्त

18 गिरफ्तार, 1022 क्विंटल अनाज बरामद, सात ट्रक जब्त- एफसीआइ अनाज की कालाबाजारी करनेवाले गिरोह का खुलासा, 2044 बोरों में रखे थे अनाज – उत्तम किस्म के अनाज को निकाल कर उसकी जगह बोरे में भरा जा रहा था घटिया अनाज – सात ट्रकों में एफसीआइ फुलवारीशरीफ से निकला अनाज पहुंच गया प्राइवेट कोल्ड स्टोरेज […]

18 गिरफ्तार, 1022 क्विंटल अनाज बरामद, सात ट्रक जब्त- एफसीआइ अनाज की कालाबाजारी करनेवाले गिरोह का खुलासा, 2044 बोरों में रखे थे अनाज – उत्तम किस्म के अनाज को निकाल कर उसकी जगह बोरे में भरा जा रहा था घटिया अनाज – सात ट्रकों में एफसीआइ फुलवारीशरीफ से निकला अनाज पहुंच गया प्राइवेट कोल्ड स्टोरेज – एफसीआइ कर्मी भी पुलिस की जांच के घेरे में, ठेकेदार को फुलवारी से किया गया गिरफ्तार संवाददाता, पटना सरकारी अनाज की कालाबाजारी करनेवाले गिरोह के 17 सदस्यों को पुलिस ने दानापुर के धनकुंवर कोल्ड स्टोरेज से पकड़ लिया. कोल्ड स्टोरेज से 2044 बोरे गेहूं और धान (1022 क्विटंल) बरामद किये गये हैं. यह अनाज एफसीआइ फुलवारीशरीफ से दानापुर एफसीआइ के गोदाम के लिए सात ट्रक में भर कर चला था, लेकिन इसे दानापुर के धनकुंवर कोल्ड स्टोर में ले आया गया. यहां एफसीआइ के बोरे से चावल व गेहूं को निकालने के बाद उसमें घटिया किस्म के अनाज भरने की प्रक्रिया अभी शुरू ही हुई थी कि पुलिस की टीम आ धमकी. गुप्त सूचना पर ने गुप्त सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी. छापेमारी के दौरान मौके ही गिरोह के सदस्यों को पकड़ा गया, वहीं पुलिस ने सातों ट्रकों को भी जब्त कर लिया गया. सूचना मिलने पर अनाज को एक जगह से दूसरी जगहों पर ट्रक से पहुंचाने का ठेका लेनेवाले ठेकेदार विजय कुमार को भी फुलवारीशरीफ पुलिस ने पकड़ लिया. दरअसल मामले का खुलासा होने की ठेकेदार को जानकारी हो गयी थी और वह फुलवारीशरीफ थाने में ट्रकों की चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचा था. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. एफसीआइ कर्मी भी जांच के घेरे में हैं. ट्रक में नहीं लगा था जीपीएस अनाज के हेर-फेर का मामला सामने आने के बाद यह व्यवस्था की गयी थी कि अनाज ले जानेवाले ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगा होना जरूरी है, लेकिन किसी भी ट्रक में जीपीएस सिस्टम नहीं लगा था. इसके बाद यह प्रकाश में आया कि इस गोरखधंधे में ठेकेदार की भी संलिप्तता है. उसने ट्रक में जीपीएस सिस्टम नहीं लगवाया है, क्योंकि उसे ट्रक को दूसरे जगह ले जाना था. एफसीआइ कर्मी भी शक के घेरे में मामले के प्रकाश में आने के बाद एफसीआइ कर्मी भी पुलिस की जांच के घेरे में है. सूत्रों की मानें तो उनके बिना यह गोरखधंधा संभव ही नहीं है. जब ट्रकों में जीपीएस सिस्टम नहीं लगा था, तो उन ट्रकों में माल लोड कर जाने की इजाजत कैसे दे दी गयी? इस बिंदु पर भी पुलिस ने जांच शुरू की है. जल्द ही एफसीआइ के लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है़ गरीबों के अनाज का हो रहा था गोलमाल जानकारी के मुताबिक यह सारा अनाज बीपीएल परिवारों के लिए था और उसे फुलवारीशरीफ एफसीआइ से दानापुर गोदाम में भेजा जा रहा था, ताकि वहां से वितरित किया जा सके. ये लोग बीच में कोल्ड स्टोरेज में घटिया अनाज भर कर गोदाम तक पहुंचाने का गोलमाल किया जा रहा था. जबकि, एफसीआइ के अनाज को छोटे-छोटे पैकेट में कर बाजार तक पहुंचाने का काम भी साथ-साथ हो रहा था. पुलिस को यह जानकारी मिली है कि यह कोल्ड स्टोरेज किसी जीतेंद्र कुमार के नाम से है और वहां कृष्णा प्रसाद सारा काम करवाता है. ये सब पकड़े गये सिद्धनाथ ठाकुर (बीबीगंज, दानापुर), रंजन कुमार (दोस नगर, मनेर), संजीत कुमार (पुलिस कॉलोनी, दानापुर), बाल्मिकी चौहान (परवल पुर, नालंदा), पप्पू कुमार (फुलवारीशरीफ), रंजीत कुमार (खलीलपुरा, फुलवारी), लालू कुमार (बिरला कॉलोनी, फुलवारी), अशोक प्रसाद (खलीलपुरा, फुलवारी), राहुल कुमार (पालीगंज), जय कृष्ण कुमार (मुर्का नोनिया चक, सिगोरी), कारे पासवान (बालमन, महेशखूंट, खगड़िया), राम बालक (शाहपुर), शेरू राय (एकडंगा, बेलछी), संतोष मंडल (दरिया, केवटी, दरभंगा), संतोष पासवान (मसौढ़ी), शिवकुमार (दाउदपुर, शाहपुर) व अमरजीत कुमार (दाउदपुर, शाहपुर).

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें