नयी दिल्ली : भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें सस्पेंड करने का नोटिस मिला है लेकिन उसमें स्पष्ट नहीं है कि मेरी कौन सी गतिविधि पार्टी विरोधी है. आजाद ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आजाद के मामले में कहा कि अब तो पार्टी के लोग भी कह रहे हैं कि कोई खा रहा है. आजाद ने कहा कि वे डीडीसीए में भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले कई सालों से लड़ते आ रहे हैं. डीडीसीए का मामला पार्टी का मामला कैसे हो गया. आजाद ने कहा कि वे शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी का भी यही मानना है कि ना खायेंगे ना खाने देंगे. उन्होंने कहा कि मैं हार नहीं मानूंगा पर रार नहीं ठानूंगा.
आजाद ने कहा कि मेरे पिताजी भी हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे. आजाद ने कहा कि वे पार्टी के कारण बताओ नोटिस का जवाब आज शाम तक दे देंगे. आजाद ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनकी सुब्रह्मण्यम से बातचीत हुई है और वे उनका साथ देंगे. कीर्ति आजाद ने कहा कि उन्होंने कभी भी कोई पार्टी विरोधी काम नहीं किया है. ना ही वे किसी के साथ व्यक्तिगत लड़ाई लड़ रहे हैं. वर्षों से वे बीसीसीआई में भ्रष्टाचार के खिलाफ भी लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर डीडीसीए का मामला पार्टी का मामला हो सकता है तो बीसीसीआई का मामला भी पार्टी का मामला होगा. ऐसे में अगर बीसीसीआई के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा तो इसे भी पार्टी विरोधी गतिविधि मानी जायेगी.
भाजपा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक अभियान चला रहे अपने सांसद कीर्ति आजाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आज उन्हें निलंबित कर दिया. भाजपा ने आजाद पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए कांग्रेस एवं आप के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाया. कीर्ति आजाद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की भाजपा संसदीय बोर्ड की कार्रवाई तब हुई है जब सांसद ने तीन दिन पहले एक संवाददाता सम्मेलन करके जेटली पर हमला किया और उसके बाद संसद के भीतर और बाहर चुनौती देने वाले कृत्यों में लिप्त रहे.
अपने निलंबन के बाद आजाद ने धमकी दी कि वे और खुलासे करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने पर’ पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई कर इतना नीचे गिर जायेगी. आजाद को निलंबित करने की संक्षिप्त घोषणा पार्टी मुख्यालय से आयी लेकिन उन्हें बोर्ड से एक विस्तृत पत्र भी गया जिसमें संसद के भीतर और बाहर उनकी पार्टी विरोधी, पार्टी और उसके पदाधिकारियों की प्रतिष्ठा को नुकसान’ पहुंचाने वाले कृत्य सूचीबद्ध किये गये थे. बिहार के दरभंगा से तीसरी बार सांसद चुने गये आजाद स्वयं एक पूर्व क्रिकेटर हैं. वह वर्षों से डीडीसीए मामलों को लेकर जेटली को निशाना बनाते हुए एक अभियान चला रहे हैं. यद्यपि चीजें उनके खिलाफ तब हो गयी जब उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की सलाह के खिलाफ जाते हुए यहां रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन किया और लोकसभा में खुली चुनौती देते हुए समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग की.