करपी (अरवल) : एक तरफ जहां सरकार कदाचार मुक्त परीक्षा के दावे कर रही है वहीं करपी एवं वंशी प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों में चल रही मैट्रिक की जांच परीक्षा में कदाचार जारी है . जब जांच परीक्षा में ही कदाचार खुलेआम हो रहा है ऐसे में मुख्य परीक्षा का आलम क्या होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है .
इस संबंध में जब छात्रों से पूछा गया तो बताया कि पढ़ाई होयबे न करलई हे त परीक्षा में चोरी तो करबे न करबई . बताते चलें कि दोनों प्रखंडों के कुछ ही विद्यालय हैं जहां तीन-चार विषयों की पढ़ाई होती है. शेष विद्यालयों में छात्रों का नामांकन , विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन राशि का वितरण एवं परीक्षा लेने भर ही कार्य होता है. किसी विद्यालय में सभी विषयों के शिक्षक नहीं है तो कुछ में छात्र नहीं आते हैं. केवल करपी में ही दर्जनों कोचिंग संस्थान खुले हैं, जहां छात्र अपनी पढ़ाई करते हैं.