बीजिंग : चीन के सबसे विकसित शहरों में शामिल शेंझेन में एक पहाड से मिट्टी खिसकने पर एक औद्योगिक पार्क में हुए भीषण भूस्खलन में रविवार को 22 भवन दब गए और कम से कम 59 लोग लापता बताए जा रहे हैं. चीन की सबसे भीषण शहरी आपदाओं में शामिल इस घटना के बाद 14 लोगों को मिट्टी के नीचे से बाहर निकाला गया. इस आपदा ने दक्षिण चीन के नये औद्योगिक पार्क में एक बडे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है. हादसे में तीन लोग घायल हुए हैं.
दमकलकर्मी, पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ता सहित 1500 से अधिक लोग बचाव कार्य में जुटे हुए हैं तथा मलबे में फंसे पीडितों की तलाश कर रहे हैं. सरकारी सीसीटीवी की खबर के अनुसार, लापता हुए 59 लोगों में दादा और तीन बच्चे भी हंै। सबसे बडे बच्चे की उम्र नौ साल जबकि सबसे छोटे की उम्र तीन साल है. चीन के ट्विटर जैसे माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ‘वेइबो’ पर जारी बयान में शेंझेन निकाय सरकार ने कहा कि भूस्खलन के कारण पास स्थित एक गैस स्टेशन में विस्फोट भी हो गया.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, रविवार सुबह ग्यारह बजकर चालीस मिनट पर हेंगताईयू औद्योगिक पार्क के भूस्खलन की चपेट में आने के बाद पश्चिम-से-पूर्व प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में विस्फोट हुआ, जिसके कारण 1,00,000 वर्ग मीटर से ज्यादा जगह मलबे में दब गया. रविवार शाम तक 900 से अधिक बाशिंदों को घटना स्थल से हटाया गया है. सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के अग्निशमन ब्यूरो के अनुसार, करीब 20,000 वर्ग मीटर का क्षेत्र मिट्टी से ढंका हुआ है.
शहर के अखबार डेली सनशाइन की खबर के मुताबिक शेंझेन में आज बारिश हुई जिसके चलते सडकों और घटनास्थल पर मिट्टी गीली हो गई है. भूस्खलन में कामगारों की दो डोरमेटरी सहित 22 इमारतें दब गयीं हैं. औद्योगिक पार्क के पास आवासीय क्षेत्र भी स्थित है. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग ने फौरन बचाव कोशिशों का आदेश देते हुए कहा कि जान बचाने के लिए कोई कसर नहीं छूटे.
शी ने गुआंगदोंग और शेंझेग के अधिकारियों से कहा है कि वे जान के नुकसान को कम करने, घायलों के इलाज तथा पीडितों के परिवारों को दिलासा देने के लिए हर संभव उपाय करें.