हाजीपुर : एक वाहन की ठोकर से दादा-पोती की मौत के बाद बीते 17-18 नवंबर को लालगंज में हुए उपद्रव के मामले में पुलिस द्वारा बेकसूर लोगों को फंसाये जाने के विरोध में समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया. धरना का आयोजन राष्ट्रीय जन सेवा पार्टी की जिला इकाई ने किया था.
समाहरणालय के निकट अक्षयवट राय स्टेडियम में धरना पर बैठे लोगों ने लालगंज कांड में पुलिस प्रशासन पर एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया और पुलिस के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. धरना में लालगंज से पीडि़त परिवारों के सदस्यों समेत दर्जनों लोग आये थे. इनमें पुलिस कार्रवाई को लेकर आक्रोश था. इन लोगों को कहना था कि वैन से ठोकर की घटना के बाद पुलिस यदि सही समय पर ड्राइवर रिजवान को गिरफ्तार कर लेती, तो न इतना बवाल होता और न नाहक में एक पुलिस अधिकारी एवं एक युवक की जान जाती.
घटना के बाद पुलिस निर्दोष लोगों को इन मामलों में अभियुक्त बना रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष रत्नेश कुशवाहा एवं संचालन उमाशंकर सिंह ने किया. सभा में बोलते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रेम कुमार सिंह कुशवाहा ने चालक रिजवान और उसके परिजनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को आठ सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में लालगंज कांड की न्यायिक जांच कराने, वीडियो फुटेज के आधार पर ही दोषियों पर कार्रवाई करने, निर्दोष लोगों को प्राथमिकी से नाम वापस लेने, पुलिस की गोली से मारे गये राकेश के परिवार को सरकारी नौकरी देने आदि की मांग की गयी. धरना में शामिल लोगों में नंदू बाबा, कौशल किशोर,रघु दास, जामुन सहनी, नंदा महतो, प्रमोद कुमार, मनोज कुमार, गुड्डू कुमार आदि प्रमुख थे.