रांची : निलय इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र अब वापस उक्त संस्थान में नहीं जाना चाहते. हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी छात्र वैकल्पिक इंस्टीट्यूट में ही पढ़ना चाहते हैं. सोमवार को निलय इंस्टीट्यूट के सैकड़ों छात्र रांची विवि मुख्यालय पहुंचे अौर वीसी/प्रोवीसी की अनुपस्थिति में रजिस्ट्रार डॉ एके चौधरी का घेराव किया. इस दौरान छात्रों ने काफी हंगामा भी किया. छात्रों के साथ एनएसयूआइ के सदस्य भी थे.
छात्रों ने कहा कि निलय संस्थान ने छात्रों की सहमति के बिना हाइकोर्ट में अपना पक्ष रखा है. कोर्ट को गुमराह किया गया है. छात्रों द्वारा हंगामा किये जाने पर रजिस्ट्रार ने संस्थान के प्राचार्य को विवि मुख्यालय बुलाया. तब तक छात्र डटे रहे. प्राचार्य के आने पर हाइकोर्ट के आदेश के संबंध में रजिस्ट्रार ने बातचीत की. छात्रों का कहना था कि परीक्षा फाॅर्म भरने व परीक्षा की तिथि बढ़ायी जाये. रजिस्ट्रार ने आश्वासन दिया कि कुलपति / प्रतिकुलपति से विचार-विमर्श के बाद उचित निर्णय लिया जायेगा.
मौके पर तनुज खत्री, ऋषभ सिंह, अनिकेत राज, ऋषि, बादल, मयंक, हरिअोम व अन्य उपस्थित थे. मालूम हो कि एआइसीटीइ ने निलय इंस्टीट्यूट की मान्यता समाप्त कर दी है. साथ ही उक्त संस्थान के विद्यार्थियों का सीआइटी व आरटीसी में स्थानांतरण करने का निर्देश विवि व सरकार को दिया है. इसके आालोक में विवि द्वारा 11 दिसंबर को छात्रों से स्थानांतरण को लेकर विकल्प मांगा गया था. इस बीच हाइकोर्ट ने अगली सुनावाई होने तक प्रक्रिया पर 31 जनवरी 2016 तक के लिए रोक लगा दी है.