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प्रमंडल के 80 नि:शक्तों को जल्द मिलेंगे कृत्रिम अंग

प्रमंडल के 80 नि:शक्तों को जल्द मिलेंगे कृत्रिम अंगफोटो: 11 कृत्रिम अंग को अंतिम रूप देते विशेषज्ञ.सीवान . सर्व शिक्षा अभियान द्वारा प्रमंडल के 80 नि:शक्त बच्चों को जल्द ही कृत्रिम मानव अंग प्रदान किये जायेंगे. सर्व शिक्षा अभियान द्वारा नि:शक्त बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से प्रमंडल स्तर पर जिले में […]

प्रमंडल के 80 नि:शक्तों को जल्द मिलेंगे कृत्रिम अंगफोटो: 11 कृत्रिम अंग को अंतिम रूप देते विशेषज्ञ.सीवान . सर्व शिक्षा अभियान द्वारा प्रमंडल के 80 नि:शक्त बच्चों को जल्द ही कृत्रिम मानव अंग प्रदान किये जायेंगे. सर्व शिक्षा अभियान द्वारा नि:शक्त बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से प्रमंडल स्तर पर जिले में कृत्रिम अव्यव एवं निर्माण केंद्र खोला गया है. यह निर्माण केंद्र गोपालगंज व छपरा जिले के नि:शक्त बच्चों की आवश्यकता को पूरा करेगा. उद्घाटन के महज दो सप्ताह के भीतर ही गोपालगंज व छपरा से क्रमश: 25 व 30 बच्चों के कृत्रिम अंग निर्माण के लिए आर्डर प्राप्त हुआ है. इस केंद्र का उद्घाटन जिला स्थापना दिवस के अवसर पर तीन दिसंबर को जिला पदाधिकारी द्वारा किया गया. उद्घाटन के समय 10 नि:शक्त बच्चों को जिला पदाधिकारी स्वयं कृत्रिम मानव अंग प्रदान कर उनका मनोबल बढ़ाया. 6-14 आयु वर्ग के बच्चे होंगे लाभान्वित: शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत जहां 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करनी है, वहीं नि:शक्त बच्चों के उत्थान तथा समाज की मुख्य धारा से जोड़ना भी है. इसी के तहत प्रमंडल स्तर पर इस आयु वर्ग के बच्चों को कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए इस केंद्र को खोला गया. इस केंद्र में फिलहाल कृत्रिम हाथ व पैर के अलावा सहायक उपकरण उपलब्ध कराये जा रहे हैं. लगभग पांच लाख की लागत से शहर स्थित राजकीय मध्य विद्यालय कचहरी (मोती स्कूल) में खोला गया है. विभागीय स्तर इन अंगों को नि:शुल्क प्रदान किया जाता है. प्रोस्थैटिक एंड अर्थाेटिक इंजीनियर व विशेषज्ञ उमेश चंद्र ने बताया कि घुटने के नीचे के पैर का खर्च 35 सौ तथा घुटने के ऊपर का पैर बनाने में खर्च 75 सौ रुपये और केहुनी के नीचे का हाथ बनाने में 65 सौ रुपये की लागत आती है. श्री चंद्र का कहना है कि बच्चों को अंग प्रदान करने के 15 दिन तक सेट करने के लिए ट्रायल कराया जाता है. उसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है. सूबे का है पांचवा केंद्र : शहर के राजकीय मध्य विद्यालय कचहरी (मोती स्कूल) में खुला कृत्रिम अव्यव एवं निर्माण केंद्र सूबे का पांचवां केंद्र है. इससे पहले पटना, पूर्णिया,भागलपुर तथा बेतिया में सर्व शिक्षा अभियान द्वारा खोेला जा चुका हैं. सारण प्रमंडल स्तर पर खुला यह केंद्र जिले के अलावा गोपालगंज तथा छपरा जिले को भी टेकअप करेगा. क्या कहते हैं अधिकारी6 से 14 आयु वर्ग के नामांकित व अनामांकित नि:शक्त बच्चों को मानव कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए केंद्र खोला गया हैं. इन बच्चों को नि:शुल्क अंग प्रदान किया जा रहा है. अनामांकित बच्चे सीधे सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय से या प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क कर इसका लाभ ले सकते हैं. राज कुमार, डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान,सीवान

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