नयी दिल्ली : नेशनल हेराल्ड मामले में राजनीतिक बदले की भावना का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने आज वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाया कि वह इस मामले में उनकी पार्टी को नोटिस देने के लिए आयकर विभाग को संकेत दे रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि जीएसटी विधेयक संसद में पारित हो लेकिन पहले सरकार को प्रस्तावित विधेयक पर उसके तीन सुझावों को स्वीकार करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘संसद चलना चाहिए और हम चाहते हैं कि संसद चले. भाजपा के एक बहुत ही वरिष्ठ नेता ने एक लोकतांत्रिक सिद्धांत तय किया था कि संसद में व्यवधान संसदीय रणनीति का हिस्सा है.” सिब्बल ने कहा, ‘‘लोकतंत्र के इतिहास में किसी नेता ने अभी तक ऐसी चीज नहीं कही है.
जीएसटी पर हमने क्या कहा है. कम त्रुटियों वाला जीएसटी नहीं चाहते हैं. हमने जीएसटी पर तीन सुझाव उन्हें दिये हैं.” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का हवाला दिया कि आम आदमी के मकसद वाले सुधार को संसद में रोका जा रहा है. सिब्बल ने सवाल किया कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और छह वर्षों तक उन्होंने जीएसटी का विरोध किया तब क्या उस समय उनकी भावना आम आदमी से नहीं जुड़ी हुई थी.