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गुड्डी को कटिहार मेडिकल कॉलेज में नहीं लिया गया भरती
अररिया: आखिर चूक किसकी है कि सदर अस्पताल में भरती 14 वर्षीय किशोरी को सात दिन बीत जाने के बाद भी समुचित इलाज नहीं उपलब्ध कराया जा सका है. इलाजरत किशोरी अपने शरीर में हुए घाव के असहज दर्द से कराह रही है. किशोरी को इलाज के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मी कटिहार मेडिकल […]
अररिया: आखिर चूक किसकी है कि सदर अस्पताल में भरती 14 वर्षीय किशोरी को सात दिन बीत जाने के बाद भी समुचित इलाज नहीं उपलब्ध कराया जा सका है. इलाजरत किशोरी अपने शरीर में हुए घाव के असहज दर्द से कराह रही है. किशोरी को इलाज के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मी कटिहार मेडिकल कॉलेज ले गये थे. वहां से वापस कर दिया जाने के बाद फिर शुक्रवार की सुबह से ही किशोरी सदर अस्पताल में इलाज के इंतजार में भरती है.
लेकिन कटिहार मेडिकल कॉलेज से वापस लाने के बाद से इलाज के लिए पीएमसीएच जाने के लिए किशोरी चाइल्ड हेल्प लाइन के इंतजार में शुक्रवार की देर शाम तक अस्पताल में ही भरती है. ज्ञात हो कि रविवार को अज्ञात ऑटो चालक ने नग्न व बेहोशी की अवस्था में सदर अस्पताल में ला कर छोड़ दिया था. चिकित्सकों के अनुसार किशोरी के कमर के नीच गंभीर घाव है. घाव इतना गंभीर व पुराना हो चुका है कि वहां से तीव्र गंध आ रही है. सात दिनों से युवती दर्द से कराह रही है. किशोरी का इलाज सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा की जा रही है लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होता देख किशोरी को बेहतर इलाज के गुरुवार को कटिहार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. इलाज कराने की जिम्मेवारी चाइल्ड हेल्प लाइन अररिया के द्वारा लिया गया. जानकारी अनुसार गुरुवार को किशोरी अपना नाम गुड्डी तो कभी नंदनी बता रही है. अभी भी वह अपने पूरे होश में नहीं है. गुरुवार को उसे चाइल्ड हेल्प लाइन की कर्मी चंचल कुमारी की देख रेख में कटिहार मेडिकल भेजा गया.
किशोरी की गंभीर स्थिति को देखते हुए कटिहार मेडिकल कॉलेज ने भी अपने हाथ खड़े कर दिया. हार कर किशोरी को पुन: वापस सदर अस्पताल वापस लाया गया. जहां अब किशोरी को समुचित इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजे जाने की बात सिविल सर्जन द्वारा कही जा रही है. इधर धीरे-धीरे किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही है. इस संबंध में संपर्क स्थापित करने पर चाइल्ड हेल्प लाइन के डीपीओ से संपर्क स्थापित नहीं हो पा रहा है.
क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
स्वास्थ्य प्रबंधक नाजिश अहमद नियाज ने बताया कि किशोरी के समुचित इलाज के लिए डॉक्टर की टीम देख-रेख कर रही है. लेकिन उसे जिस ट्रीटमेंट की जरूरत है वह यहां उपलब्ध नहीं है. किशोरी को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजने के लिए सदर अस्पताल के द्वारा नि: शुल्क एंबुलेंस दिया जा रहा है. चाइल्ड हेल्प लाइन के सदस्यों का इंतजार किया जा रहा है, जो कि देर शाम तक नहीं पहुंचे हैं.
क्या कहते हैं सीएस
सीएस डॉ नवल किशोर ओझा ने बताया कि किशोरी के शरीर में गंभीर घाव है, जिसके इलाज व ड्रेसिंग के लिए चिकित्सक प्रॉपर केयर कर रहे हैं. बेहतर इलाज के लिए कटिहार मेडिकल कॉलेज भेजा गया था. लेकिन वहां इसे स्वीकार नहीं किया गया.
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