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पीएमसीएच में नाम का फिजियोथेरेपी सेंटर
धनबाद: लाखों की मशीन खरीदने व दो-दो चिकित्सकों की बहाली के बावजूद पीएमसीएच में फिजियोथेरेपी सेंटर का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है. विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन के बाद मरीज को फिजियोथेरेपी देना जरूरी होता है, ताकि नसों का संचालन सामान्य हो सके. मजबूरी में मरीजों को निजी सेंटर की ओर रुख […]
धनबाद: लाखों की मशीन खरीदने व दो-दो चिकित्सकों की बहाली के बावजूद पीएमसीएच में फिजियोथेरेपी सेंटर का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है. विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन के बाद मरीज को फिजियोथेरेपी देना जरूरी होता है, ताकि नसों का संचालन सामान्य हो सके. मजबूरी में मरीजों को निजी सेंटर की ओर रुख करना पड़ रहा है.
अलग सेंटर का नहीं पूरा हुआ सपना
पीएमसीएच में अलग फिजियोथेरेपी सेंटर का सपना अब तक पूरा नहीं हुआ. सरकार ने लगभग दो वर्ष पहले यहां दो-दो चिकित्सकों की नियुक्ति की थी. इसके लिए लाखों रुपये के मशीन भी खरीदे गये. एक चिकित्सक को सेंटर की जगह सीसीयू (कार्डियक केयर यूनिट) व दूसरे चिकित्सक को वृद्ध वार्ड के साथ जोड़ दिया गया है. ऐसे में सभी मरीजों को लिए सेंटर की व्यवस्था नहीं हो पायी है.
क्यों जरूरी है फिजियोथेरेपी
दुर्घटना या घटना के बाद हाथ, पैर सहित दूसरे जगह पर फैक्चर के बाद ऑपरेशन तो हो जाता है, लेकिन नसों में ताकत नहीं रह जाता है. नसें ठीक से काम नहीं कर पाती हैं. ऐसे मरीजों को फिजियोथेरेपी की मदद से ठीक किया जाता है. वहीं सामान्य सर्जरी के बाद भी मरीज को फिजियोथेरेपी दिया जाता है, ताकि इंफेक्शन का प्रभाव काफी कम हो जाये. दवाइयों का भी सेवन कम करना पड़े.
वृद्ध वार्ड के साथ अभी फिजियोथेरेपी सेंटर चल रहा है. इसे अभी और डेवलप किया जाना है. सभी मरीजों को लाभ मिले, इसकी कोशिश हो रही है.
डॉ विकास राणा, प्रवक्ता, पीएमसीएच.
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