नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भ्रष्टाचार-निरोधक ब्यूरो एसीबी का नियंत्रण छोडने और दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार रोधी प्रयासों में सहयोग देने की अपील की. केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि मैं प्रधानमंत्री और राजनाथ जी से अपील करता हूं कि अब वे एसीबी पर अपना नियंत्रण छोड दें और दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार-रोधी प्रयासों को सहयोग दें. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार असहाय नहीं है और भ्रष्ट लोगों पर काबू पाने के लिए इसके पास कई तरीके हैं.
उन्होंने ट्वीट किया कि सिर्फ इसलिए कि एसीबी हमारे पास नहीं है, इसका यह अर्थ नहीं है कि दिल्ली सरकार असहाय है. दिल्ली सरकार के पास भ्रष्ट लोगों पर काबू पाने के कई तरीके हैं. इससे पहले केजरीवाल केंद्र पर एसीबी की शक्तियां हथियाने का आरोप लगा चुके हैं. इसके साथ ही केजरीवाल यह भी मांग कर चुके हैं कि भ्रष्टाचार रोधी संस्था आम आदमी पार्टी की सरकार को दे दी जानी चाहिए ताकि वह भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सके.
प्रधान सचिव संजय प्रताप सिंह को 2.2 लाख रुपए की रिश्वत के आरोप में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद कल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि यदि वे लोग भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सिसोदिया ने यह भी कहा था कि दिल्ली सरकार में किसी भी ‘भ्रष्ट’ अधिकारी के लिए कोई जगह नहीं है. सिसोदिया ने कहा था कि हम भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों को एक स्पष्ट संदेश दे देना चाहते हैं कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. सिंह की गिरफ्तारी का यह संदेश है कि यदि आप भ्रष्ट हैं तो फिर चाहे आप चपरासी हों, विधायक हों, अधिकारी हों या मंत्री हों आपको बख्शा नहीं जाएगा.