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कब शुरू होगी धान की खरीद

कब शुरू होगी धान की खरीद प्रखंड के किसानों में धान बेचने की बेचैनी रेट के फेर में फंस रहा पेंच प्रतिनिधि, वारिसलीगंज धान की बेहतर फसल होने के बाद इसकी बिक्री को लेकर किसानों में उत्साह है. लेकिन, अभी तक खरीद करने का आदेश नहीं मिलने से किसानों में मायूसी है. धान में नमी […]

कब शुरू होगी धान की खरीद प्रखंड के किसानों में धान बेचने की बेचैनी रेट के फेर में फंस रहा पेंच प्रतिनिधि, वारिसलीगंज धान की बेहतर फसल होने के बाद इसकी बिक्री को लेकर किसानों में उत्साह है. लेकिन, अभी तक खरीद करने का आदेश नहीं मिलने से किसानों में मायूसी है. धान में नमी काे कारण बता कर अधिकारी कन्नी काट रहे हैं. जबकि, बिक्री मूल्य में हेराफेरी भी एक कारण बना है. धान खरीद को लेकर घोषणाएं तो हो गयी है, लेकिन पटल पर स्पष्ट निर्देश नहीं आने के कारण परेशानी बनी हुई है. प्रखंड के आधे से अधिक किसान आर्थिक रूप से कमजोर हैं. यह किसान उपजे फसल की बिक्री कर नयी फसल की बुआयी करते हैं. अब तक धान खरीद का समय निर्धारित नहीं होने के कारण कमजोर किसानों को परेशानी हो रही है. किसानों में शीघ्र ही उच्चाधिकारियों से समस्या के निराकरण के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है. सरकार के निर्देशानुसार पांच दिसंबर से धान की खरीद शुरू कर देना था. इसके कारण किसानों की निगाह धान क्रय केन्द्र पर लगी है. प्रखंड सहित जिले में धान क्रय केंद्र अब तक चालू नहीं होने के पीछे सरकार द्वारा धान की कीमत भी अहम कारण बन रही है. विभागीय जानकारी के अनुसार, वर्ष 2013-14 में साधारण धान की कीमत 1310 रुपये व ए ग्रेड धान की कीमत 1350 रुपये प्रति क्विंटल था. इसके अलावा बोनस भी दिया गया था. वहीं 2014-15 साधारण धान की कीमत बढ़ा कर 1360 रुपये व ए ग्रेड की कीमत 1400 रुपये प्रति क्विंटल था. साथ ही 300 रुपये प्रति क्विंटल बोनस. परंतु, सरकार ने 2015-16 यानी इस बार 1410 रुपये प्रति क्विंटल खरीद की घोषणा की है. लेकिन, बोनस की राशि का सरकार द्वारा जिले में संबंधित अधिकारी के पास कोई सूचना नहीं आया है. यहीं कारण है कि धान की खरीद में रेट में फेर में पेंच फंस रहा है.व्यापारियों को हो रहा लाभ धान खरीद की तिथि सरकार द्वारा घोषित कर दिया गया. परंतु, इसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है. इसके कारण किसान मजबूरी में अपना धान व्यापारियों के हाथों बेचने पर विवश हैं. इससे व्यापारियों को काफी लाभ हो रहा है. केंद्र खुलने के बाद यहीं व्यापारी किसान बन कर धान बेचेंगे. इस तरह किसानों का शोषण होगा और लाभ व्यापारी उठायेंगे. सिर्फ घोषणाओं से भला नहीं केंद्र द्वारा धान खरीद का काम शुरू नहीं होने से प्रखंड के नाराज किसानों का कहना है कि सरकार घोषणा कुछ करती है और करती कुछ और है. सरकार द्वारा किसानों के उत्थान को लेकर कई तरह की घोषणाएं करती है. परंतु, लाभ नहीं मिल पाता है. बहरहाल कहा जा सकता है कि सिर्फ घोषणाओं से किसानों का भला नहीं हो सकता. इसे घोषणाओं के साथ ही कार्य को अमलीजामा पहनाये जाने की आवश्यकता है. तब जाकर इन योजनाओं का लाभ सीधे किसानों को मिल पायेगा.किसी प्रकार का नहीं मिला आदेश प्रखंड के पैक्स अध्यक्ष, व्यापार मंडल अध्यक्ष आदि का कहना है कि धान खरीद को लेकर विभागीय अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार का कोई आदेश अभी तक नहीं मिला है. विभागीय आदेश मिलते ही धान खरीद का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा.कई कारणों से खरीद बाधित फिलहाल धान में 20 फीसदी से ज्यादा नमी है. जबकि, 17 फीसदी तक ही लेना है. बोनस का निर्णय सरकार द्वारा नहीं लिया गया है. जिसका आदेश प्राप्त होना बाकी है. कुल मिला कर अनेक कारणों से धान खरीद बाधित है. इसका निबटारा जल्द करके क्रय शुरू किया जायेगा.विक्रम कुमार झा, जिला सहकारिता पदाधिकारी, नवादा

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