इस्लामाबाद : अफगानिस्तान पर केंद्रित हार्ट आॅफ एशिया सम्मेलन आज से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुरू हो गया. इस सम्मेलन को संबाेधित करते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपना दर्द ए दिल बयां किया. उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाइयों ने उनके देश के लिए असहज स्थिति बना दी है. उन्होंने साफ तौर पर अपने संबोधन में पेशावर आर्मी स्कूल में तहरीक ए तालिबान की भूमिका का उल्लेख किया और कहा कि पाकिस्तान से जो आतंकी उनके देश में घुस रहे हैं, वे बिना किसी दुश्मनी के उनके नागरिकों, निर्दोष बच्चों की हत्या कर रहे हैं.
गनी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की हालिया कार्रवाइयों ने हमारे लिए असहज स्थिति उत्पन्न कर दी. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों उनके देश में साढ़े तीन से पांच लाख पाक शरणार्थी पहुंचे हैं. उन्होंने एक रिजनरल कॉपरेशन के लिए एक अलग प्लान बनाने की वकालत करते हुए पाकिस्तान से संबंधों के सुधार पर जोर दिया, जो हाल में नवाज शरीफ ने सुझाये थे. उन्होंने कहा कि मैं और नवाज शरीफ ब्लैम गेम में भरोसा नहीं करते. अशरफ गनी ने कहा कि हमें सरकार से सरकार, राजनीति से राजनीति, सेना से सेना, खुफिया से खुफिया और आर्थिक से आर्थिक सहयोग परस्पर बढाना होगा.
अफगान राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान से होने वाले घुसपैठ हमारे यहां बड़ी परेशानी का कारण बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका पहला दुष्प्रभाव क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूह के रूप में हम झेलते हैं. अशरफ गनी ने कहा कि अल कायदा, देस और दूसरे आतंकी ग्रुप है, जो चीन, रूस, उजेबेकिस्तान, तजाकिस्तान, मध्य पूर्व के हैं और और दुर्भाग्य से हमारे यहां उपस्थित हैं.
हालांकि गनी ने पाकिस्तान के उस फैसले का स्वागत किया, जिसमें उसने आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन का फैसला लिया है. पर, उन्होंने यह कहा कि इसके बुरे प्रभाव हमारे यहां पड़ रहे हैं. बड़ी संख्या में ऐसे ग्रुप हमारी धरती पर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक भी उदाहरण ऐसी समस्या के समाधान का नहीं है. इन लोगों से अफगान सरकार या वहां के नागरिकों से कोई झगड़ा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम आप सबों की ओर से लड़ रहे हैं. गनी ने इस्तनाबुल, पेरिस, शर्म अल शेख, सन बर्नाडिनो के का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद वैश्विक समस्या है और हम इससे समन्वय व एकजुटता से ही लड़ सकते हैं.