मोतिहारी : हरसिद्धि ग्रामीण बैंक लूटकांड में गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है कि गिरोह का सरगना मधुबन का लालबाबू भगत है. वह अपने साला अशोक भगत के साथ मिलकर अपराध का प्लान बनाता है. अशोक भी मधुबन का रहने वाला है.
दोनों प्लानिंग करने के बाद शार्गिदों को अपराध करने के लिए भेजते है. अपराध करने के लिए बाइक व हथियार उपलब्ध कराते है, उसके बाद छुपने के लिए ठिकाना भी सेट करते है. इसके एवज में उनका लूट की राशि में 40 प्रतिशत हिस्सा फिक्स रहता है. मुजफ्फरपुर के मीर्चा व्यवसायी उमेश चौधरी से चार लाख की लूट की प्लानिंग लालबाबू भगत ने ही बनायी थी, जबकि हरसिद्धि गोविंदापुर ग्रामीण बैंक लूट की योजना गिरफ्तार अपराधियों ने बनाकर लालबाबू भगत को खबर की थी.
लालबाबू ने बैंक लूटकांड को अंजाम देने के लिए पूरा खाका तैयार किया.उसने ही घटना को अंजाम देने से पहले बैंक की रेकी करने की सलाह दी. हथियार भी उसने ही दिया था. घटना के बाद अपराधियों ने लालबाबू को एक लाख रुपये हिस्सा दिया, जबकि 35-35 हजार रुपये अपराधियों ने आपस में बाट लिया. पुलिस सूत्रों की माने तो लालबाबू थाना का दागी है.
विधान सभा चुनाव में उसके विरुद्ध सीसीए लगा था. शनिवार को मधुबन कोइलहारा पंचायत के मुखिया सुरेंद्र भगत से आठ लाख रुपये कैश लूटने के लिए लालबाबू ने ही अपराधियों को बुलाया था. फिलहाल लालबाबू, अशोक व बैंक लूटकांड में अधिवक्ता का स्काॅरपियो इस्तेमाल करने वाला चालक मंटू सिंह फरार है.तीनों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी हो रही है. पुलिस बैंक से लूटा गया बाकी का कैश भी बरामद करने के प्रयास में है.