शिवहर : डीएम राजकुमार ने कहा कि बच्चों के लिए प्रथम पाठशाला मां होती है. इसलिए महिलाओं को शिक्षित किये बिना सामाजिक भेदभाव को दूर नहीं किया नहीं जा सकता है. वे स्थानीय आदर्श मध्य विद्यालय में भारत रत्न भीमराव अंबेदकर के पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह के उद्घाटन के बाद बोल रहे थे.
कहा कि अपने बच्चों को अवश्य पढ़ायें, अंबेदकर जी के तीन मंत्र में पहला मंत्र शिक्षा ही था. उन्होंने अंबेदकर के आदर्शों को आत्मसात करने पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा से आत्मबल व आत्मविश्वास पैदा होती है. अधिकार व कर्तव्य को समझाने के लिए शिक्षा जरुरी है. अंबेदकर विचार मंच द्वारा अनुसूचित जाति के विकास से संबंधित समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट जाने के बाद कहा कि नबाव उच्च विद्यालय के अनुसूचित जाति छात्रा छात्रावास के निर्माण के लिए 32 लाख 65 हजार रुपये उपलब्ध करा दिये गये हैं.
वही आदर्श मध्य विद्यालय परिसर स्थित छात्रावास के मरम्मती का कार्य भी तीन माह में पूरा करा दिया जायेगा. अंबेदकर की प्रतिमा स्थापित करने हेतु मंच द्वारा 20 डिसमिल जमीन की उपलब्धता की मांग पर कहा कि सीओ जमीन के बारे में जानकारी दें. उसे उपलब्ध करा दिया जायेगा. उन्होंने नशा सेवन को समाज के लिए घातक बताया.
उन्होंने गुमराह हुए लोगों को हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की. मौके पर एडीएम मनन राम ने कहा कि अंबेदकर ने शिक्षित बनो, संगठित हो व संघर्ष करो का मंत्र दिया था. उसके अमलीजामा पहनाने की जरुरत है. कहा कि पुण्यतिथि पर आज संकल्प लें कि अपने बच्चों को अवश्य पढ़ायेंगे.
मौके पर सीओ युगेश कुमार ने भी अनुसूचित जाति के समाजिक स्थिति को रेखांकित किया. मौके पर जदयू महासचिव ने अंबेदकर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अंबेदकर एक विचारधारा है. पूर्व जिला परिषद सदस्य अजबलाल चौधरी ने भी अंबेदकर के आर्दशों को आज के परिवेश में प्रासांगिक बताया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अंबेदकर विचार मंच के संयोजक नथूनी चौधरी मूर्तिकार ने किया. मंच का संचालन शिक्षक रामलाल राम ने किया.
इस दौरान राजकीय मध्य विद्यालय माधोपुर की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान पंख होती तो उड़ जाती गीत पर डांस प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया. कार्यक्रम में डॉ रामकुमर रवि,जगन्नाथ पासवान, रघुनाथ राम,मदन मोहन महरा, विंदेश्वर राम समेत कई मौजूद थे.