नयी दिल्लीः नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी गुप्त फाइलें अब सबके सामने आनेवाली हैं. उनसे संबंधित 33 गोपनीय फाइलों की पहली खेप शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय ने राष्ट्रीय अभिलेखागार को सौंप दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने यह 14 अक्टूबर को यह घोषणा की थी कि नेताजी की फाइलों को सार्वजनिक करने को काम 23 जनवरी को उनकी 118वीं जयंती से शुरू होगा. नेताजी को परिवार लंबे समय से इसकी मांग करता आ रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक को आगे प्रसंस्करण, संरक्षण और डिजिटलीकरण के लिए फाइलें सौंपी. प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद नेताजी से जुड़ी सभी 58 फाइलों को देश के लिए जारी किया जाना है. फाइलों को सौंपे जाने से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी मंजूरी दी थी.
नेताजी की फाइलें सार्वजनिक करने को लेकर मोदी ने तब कहा था कि अपना ही इतिहास भूल जाने वाले लोग इतिहास नहीं बना सकते. उनकी सरकार किसी तरह से इतिहास को रोकने या दबाने में विश्वास नहीं करती और नेताजी से जुड़ी सूचना भारत की जनता तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है.