नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर से बाढ़ का जायजा लेते हुए खींची गयी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करने के लिए आलोचनाओं का सामना कर रही पीआईबी ने इसके लिए खेद जताते हुए कहा कि घटना ‘फैसले में त्रुटि’ की वजह से हुई.
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने तस्वीर अपनी वेबसाइट और ट्विटर पर डाली थी. तस्वीर में प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर की खिडकी से बाहर झांक रहे हैं. खिडकी से कथित रुप से घर और जलमग्न क्षेत्र साफ साफ दिख रहे हैं. आलोचकों ने तस्वीर की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि किसी हवाई निरीक्षण में ऐसा संभव नहीं है.
सोशल मीडिया में तस्वीर की विश्वयनीयता पर सवाल उठने के बाद उसे तुरंत हटा दिया गया. पीआईबी ने यहां स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा, ‘जारी की गयी सात तस्वीरों में एक में दो तस्वीरों को मिलाने की तकनीक का इस्तेमाल किया गया था. इसे मीडिया के कुछ वर्गो में ‘फोटोशॉपिंग’ कहा जा रहा है.’
कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘यह फैसले की त्रुटि के कारण हुआ और इसके बाद तस्वीर हटा दी गयी. पीआईबी उपर उल्लेखित तस्वीर जारी करने पर खेद जताती है और इससे जो असुविधा हुई उसपर खेद जताया जाता है.’ प्रधानमंत्री ने बीते कल चेन्नई, उसके उपनगरीय इलाकों, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों के बाढ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था.