पटना: हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में शुक्रवार को समाहरणालय में 11 अगस्त को हुआ मेयर चुनाव का परिणाम घोषित किया गया. डीएम के नोटिस पर पूर्व मेयर कृष्ण मुरारी यादव के साथ अफजल इमाम 3:45 बजे समाहरणालय सभा कक्ष में उपस्थित हो गये थे. चार बजे प्रभारी डीएम सांवर भारती ने परिणाम की घोषणा करते हुए बताया कि उम्मीदवार जीत कुमार को 33 वोट और अफजल इमाम को 38 वोट मिला है. ऐसे में अफजल इमाम को मेयर पद के लिए निर्वाचित किया जाता है.
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद ही श्री भारती ने अफजल इमाम को मेयर पद की शपथ भी दिलायी. हालांकि, परिणाम घोषित होने के समय हारे प्रत्याशी जीत कुमार डीएम कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए. वहीं, अफजल समर्थक दर्जनों पार्षद समाहरणालय सभा कक्ष में जीत की घोषणा का इंतजार कर रहे थे. शपथ ग्रहण समारोह खत्म होते ही अफजल के समर्थक पार्षद संजीव कुमार, मनोज जायसवाल, आभा लता सहित कई पार्षदों ने अफजल इमाम को गेंदा फूल के माला पहना कर बधाई दिया. शपथ लेने के बाद उन्हाेंने कहा कि शहर की सफाई प्राथमिकता है और शनिवार को इसी मुद्दे को लेकर समीक्षा की जायेगी. साथ ही पारित की गयी योजनाएं, जो अब तक पूरी नहीं की जा सकी हैं, उन्हें पूरा कराने का काम किया जायेगा.
प्रशासन व वार्ड पार्षदों से सहयोग लिया जायेगा
शपथ ग्रहण करने के बाद अफजल इमाम सीधा मौर्यालोक स्थित निगम मुख्यालय कार्यालय पहुंचे. यहां समर्थकों व प्रशंसकों ने बुके देकर मेयर का स्वागत किया. मेयर अफजल इमाम ने कहा कि शहर की बेहतर साफ-सफाई की जायेगी. इसको लेकर शनिवार को निगम के आलाधिकारियों के साथ सिर्फ सफाई की समीक्षा की जायेगी. साफ-सफाई में आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन व वार्ड पार्षदों से सहयोग लिया जायेगा. इसके साथ ही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन और बुडको द्वारा बैरिया में कचरा रिसाइकिलिंग प्लांट लगाने के मुद्दों पर पहली स्थायी समिति की बैठक में समीक्षा की जायेगी. इस दौरान योजना पूरा नहीं होने के कारण पूछे जायेंगे. इन योजनाओं को निगम प्रशासन से लेकर विभागीय स्तर पर सहयोग लेकर पूरा
कराया जायेगा.
दो-तीन दिनों में स्थायी समिति का गठन
मेयर ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में स्थायी समिति का गठन कर लिया जायेगा. उनके सूत्रों ने बताया कि पुराने स्थायी समिति सदस्यों में दो से तीन चेहरे को बदला जायेगा, जिस पर गुट के भीतर विचार-विमर्श चल रहा है. एक-दो दिनों में सदस्यों का चयन कर लिया जायेगा. इसके बाद स्थायी समिति की बैठक की तिथि तय होगी.